जनजीवन ब्यूरो
चैन्नई । अम्मा के नाम से मशहूर एआईएडीएमके सुप्रीमो जे जयललिता शनिवार को तमिलनाडु की मुख्यमंत्री की शपथ ले सकती हैं। जयललिता के निर्विरोध विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने पद से इस्तीफा दे दिया है। तमिलनाडु के राज्यपाल के रोसैया ने पनीरसेल्वम का इस्तीफा स्वीकार कर जयललिता को जल्द से जल्द सरकार गठित करने के लिए आमंत्रित किया है।
अन्नाद्रमुक प्रमुख जे जयललिता चौथी बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनेंगी। पार्टी सूत्रों ने बताया कि पार्टी के विधायकों की सुबह यहां हुई बैठक में उन्हें सर्वसम्मति से नेता चुना गया। सूत्रों ने कहा कि पार्टी के कोषाध्यक्ष और मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने जयललिता को विधायक दल का नेता चुनने का प्रस्ताव पेश किया, जिसका बिजली मंत्री नाथम आर विश्वनाथन ने समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। सहकारिता मंत्री सेल्लुर के राजू से जब यह पूछा गया कि क्या जयललिता विधायक दल की नेता चुनी गई हैं, उन्होंने कहा, यह हमारी जिंदगी का सबसे खुशी का दिन है।
पिछले साल 27 सितंबर को आय से अधिक 66.66 करोड़ रुपये की संपत्ति के मामले में जयललिता (67) को दोषी ठहराया गया था, जिससे वह मुख्यमंत्री पद के लिए अयोग्य हो गई थीं। हालांकि कर्नाटक उच्च न्यायालय ने 11 मई को उन्हें इन आरोपों से बरी कर दिया था।
अब अन्नाद्रमुक प्रमुख के तमिलनाडु के नेताओं-पार्टी संस्थापक एवं उनके मार्गदर्शक एमजी रामचंद्रन और द्रविड़ नेताओं पेरियार के नाम से प्रसिद्ध ईवी रामासामी तथा सीएन अन्नादुराई की प्रतिमाओं पर फूलों की मालाएं चढ़ाने की संभावना है और इस दौरान वह 11 मई को बरी होने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से नजर आएंगी।