जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : बीजेपी की अगुआई वाले NDA की लोकसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद शनिवार को संसदीय दल की बैठक बुलाई गई है। इस दौरान औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नेता चुना जा सकता है। हालांकि यह औपचारिकता मात्र है क्योंकि नतीजे आने से पहले ही NDA के घटक दल पीएम के नेतृत्व पर भरोसा जता चुके हैं। शनिवार को ही बीजेपी संसदीय दल की भी बैठक होनी है।
आपको बता दें कि बीजेपी ने अकेले 302 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया है। एक सीट पर परिणाम अभी नहीं आए हैं, यहां बीजेपी आगे चल रही है। NDA गठबंधन की बात करें तो यह आंकड़ा 349 पहुंच गया है। वहीं UPA के खाते में 82 और महागठबंधन को मात्र 15 सीटें मिली हैं। BJP समेत समूचे सहयोगी दलों में जश्न का माहौल है और इसके साथ कैबिनेट में जगह को लेकर भी चर्चा का दौर शुरू हो गया है।
बताया जाता है कि इस बार पश्चिम बंगाल के चार सांसदों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। इस बात को लेकर स्टेट बीजेपी के नेता आश्वस्त हैं। दरअसल, लोकसभा चुनाव में जीत के बाद अब बीजेपी की नजर 2021 में होने वाला विधानसभा चुनाव पर हैं। बीजेपी के सभी सांसदों को शनिवार को दिल्ली बुलाया गया है।
इससे पहले शुक्रवार को बीजेपी ने अपने संसदीय बोर्ड की बैठक में पारित प्रस्ताव के बारे में जानकारी दी। पार्टी के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगामी 5 वर्षों में भारत को यशस्वी बनाते हुए नए भारत के निर्माण के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) कृतसंकल्पित होकर कार्य करेगा। एक अन्य ट्वीट में कहा गया, ‘पिछले कार्यकाल में पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार की गरीब कल्याणकारी नीति, राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति स्पष्ट दृष्टिकोण, सबका साथ-सबका विकास के मूलमंत्र के साथ भारत की वैश्विक साख बढ़ाने के लिए यह जनता का सकारात्मक वोट है।’
‘पार्टी ने सभी क्षेत्रों को नीतियों से जोड़ा’
पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक में कहा गया, ‘यूपी-बिहार में तथाकथित गठबंधन की हार, बंगाल और पूर्वोत्तर में बीजेपी की अप्रत्याशित सफलता, दक्षिण में पार्टी के वोट प्रतिशत में वृद्धि इस बात का संकेत है कि पार्टी ने देश के सभी क्षेत्रों और वर्गों को सुशासन की नीतियों से जोड़ा है।’
बीजेपी ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। प्रस्ताव में कहा गया, ‘इस चुनाव में विपक्ष ने लोकतंत्र को हराने की लगातार कोशिशें की। चुनाव प्रक्रिया को लेकर जिस प्रकार भ्रम फैलाया गया, उन सभी नकारात्मक विषयों को जनता ने स्पष्ट रूप से नकार दिया।’ इस दौरान भाजपा संसदीय बोर्ड ने राजनीतिक हिंसा के शिकार कार्यकर्ताओं के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त की।