जनजीवन ब्यूरो / मोगा । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज मोगा में ‘खेती बचाओ यात्रा’ के तहत आयोजित जनसभा में केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के सत्ता में आते ही इस काले कानून को रद्द कर दिया जायेगा। उन्होंने पूछा कि सरकार को क्या जल्दी थी कि कोरोनाकाल के दौरान उसे विवादित कृषि कानून बनाने पड़े। उन्होंने कहा कि मोदी अडाणी और अंबानी के हाथों की कठपुतली बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि हम किसानों के साथ खड़े हैं और एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कृषि कानूनों का विरोध करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी किसी भी तरह इस कानून का समर्थन नहीं करती। इस अवसर पर उनके साथ मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू, सुनील जाखड़ भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने भी कृषि कानूनों की आलोचना करते हुए कहा कि पंजाब में अब नये कृषि कानूनों के खिलाफ जंग छेड़ दी गयी है। उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा देश का 50 प्रतिशत अनाज पैदा करता है मगर यहां के किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने कहा कि एमएपी से मोदी सरकार कभी भी हाथ खींच सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा और अकाली दल को छोड़कर सभी दल इस समय एकजुट होकर इस जंग में आगे आयें।
इस अवसर पर नवजोत सिंह सिद्धू ने भी जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि अडाणी और अंबानी पूरे पंजाब और पंजाबियों के खिलाफ हैं, उन्हें पंजाब में घुसने नहीं दिया जायेगा। उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने सारे मुख्यमंत्रियों को संविधान के आर्टिकल 254 के तहत इस कानून को न मानने का रास्ता सुझाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने ही किसानों को एमएसपी दिया, सरकारी खरीद दी, फूड सिक्युरिटी एक्ट दिया। अपने चिरपरिचित अंदाज में उन्होंने कृषि कानूनों की आलोचना करते हुए केंद्र पर हमला बोला।