लावण्या झा / लखनऊ । नवाबों का शहर लखनऊ कई कारणों से राजनीति का केंद्र रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का संसदीय क्षेत्र होने के कारण यहां के विधानसभा क्षेत्रों का महत्व भी बेहद है। यहही कारण है कि लखनऊ कैंट सीट पर सबकी निगाह टिकी हुई है। लखनऊ कैंट सीट भाजपा का हमेशा से गढ़ रहा है, उस पर कई वीआईपी की निगाह टिकी हुई हैं।
मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव कैंट सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं लेकिन अखिलेश यादव अपने छोटे भाई की पत्नी़ अपर्णा यादव को इस सीट से टिकट देने को राजी नहीं हैं। ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि अपर्णा यादव भाजपा में शामिल हो सकती हैं। लेकिन अगर वो भाजपा में शामिल हो भी जाती हैं तो भारतीय जनता पार्टी अपने बाकी नेताओं को नाराज कर अपर्णा यादव को इस सीट से चुनावा लड़वाएंगा इसमें संदेह हैं क्योंभकि भाजपा के लिए ये फैसला काफी जटिलताएं खड़ी कर सकता है।
रीता बहुगुणा जोशी बेटे मयंक को दिलवाना चाहती है टिकट
रीता बहुगुणा जोशी जो सदर सीट से दो बार विधायक रह चुकी हैं वो अपने बेटे मयंक जोशी को इस सीट से भाजपा से टिकट दिलवाने की फिराक में हैं। उन्होंोने अपने बेटे की पैरवी के लिए भाजपा आलाकमान को पत्र भी लिखा हैं उन्होंनने बताया है कि उनका इस सीट पर दबदबा रहा है और परिवारवाद का आरोप ना लगे इसलिए बेटे के लिए वो सक्रिय राजनीति से सन्यापस भी लेने को तैयार हैं। रीता बहुगुणा जोशी ने कांग्रेस में रहते हुए 2012 में जीत हासिल की थी इसके बाद 2017 में भाजपा के टिकट पर सपा प्रत्यालशी अपर्णा यादव को हराया था। 2019 लोक सभा चुनाव में इलाहाबाद से जीतने के बाद सांसद बनी तो उपचुनाव में सुरेश तिवारी ने जीत हासिल की थी। राजनीति के जानकारों के अनुसार अगर भाजपा उनके बेटे को टिकट नहीं देती हैं तो रीता बहुगुणा बगावती तेवर दिखा सकती हैं। तब इस सीट पर मुकाबला दिलचस्पव होगा।
वीआईपी कैंट सीट से चाहते हैं टिकट
- लखनऊ कैंट सीट पर सीटिंग विधायक सुरेश चंद्र तिवारी टिकट मिलने से पहले ही लोगों से वोट के लिए संपर्क साधना शुरू कर दिया है।
- लखनऊ मेयर संयुक्ताल भाटिया अपनी पुत्र वधू रेशू भाटिया को कैंट से टिकट दिलवाना चाहती हैं।
- डिप्टीक सीएम दिनेश शर्मा भी चुनाव लड़ेगे और कैंट उनकी पसंददीदा कैंट सीट है, इसलिए उनकी भी निगाह इस सीट पर है।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे नीरज सिंह को इस सीट से चुनाव लड़वाने के लिए भाजपा के कुछ वरिष्ठइ नेता पैरवी कर रहे हैं।
- युवा मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री अभिजात मिश्रा भी इस सीट के दावेदारों में शामिल हैं।
- वर्तमान सरकार के मंत्रीमहेंद्र सिंह की निगाह इस सीट पर है।
- लालकुआं वॉर्ड पार्षद सुशील तिवारी पम्मी भी इस सीट से भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ना चाह रहे हैं।