जनजीवन ब्यूरो
तेजपुर/नई दिल्ली: धूम्रपान पर भाजपा के एक सांसद ‘बीड़ी कारोबारी’ के बयान से उपजे विवाद के बीच पार्टी के एक और सांसद राम प्रसाद शर्मा यह दावा करते हुए आज विवाद में उतर गए कि सिगरेट और कैंसर के बीच संबंधों को स्थापित करने वाला कोई स्पष्ट सबूत नहीं है और उन्हें तो यह भी लग रहा कि कहीं तंबाकू में कोई औषधीय गुण तो नहीं है।
तेजपुर के भाजपा सांसद राम प्रसाद शर्मा ने तेजपुर से करीब 175 किलोमीटर दूर विश्वनाथ चरियाली में कहा, ‘सिगरेट पीने से कैंसर होता है या नहीं, इसके अबतक पूर्ण प्रमाण नहीं है। ’ देश में तंबाकू की बिक्री से जुड़े नियमों पर विचार कर रही संसद की अधीनस्थ विधान समिति के सदस्य ने कहा कि पैनल तथ्यों पर गौर करेगा।
शर्मा ने कहा, ‘यह साबित करना मुश्किल है कि धूम्रपास से कैंसर होता है या नहीं। धूम्रपान या तंबाकू कैंसरकारक हैं या नहीं, या फिर उसमें कोई औषधीय गुण भी तो नहीं है, उसका पता लगाया जाना है। अतएव हमने उसे समिति की बैठक में रखा है ताकि डाक्टर आएं और इस बात की गवाही दें या रासायनिक सबूत, मेडिकल सबूत पेश कर पाएं कि धूम्रपान से कैंसर होता है। ’
पीएमके संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री अंबुमणि रामदास ने कहा, ”मेरा मतलब है कि इन लोगों को मूर्खतापूर्ण बयान देना बंद करना चाहिए
क्योंकि दुनिया में लोग मानते हैं कि भारतीय सांसदों में कम बुद्धि है और ऐसा नहीं होना चाहिए। ’’ उन्होंने कहा कि भारतीय चिकित्सा शोध परिषद समेत वैश्विक ख्यातिप्राप्त संस्थानों ने सैकडों ऐसे अध्ययन किए हैं जिनसे पता चलता है कि तंबाकू से न केवल कैंसर बल्कि वृक्क, फेफड़े और मस्तिष्क के भी रोग होते हैं।
रामदास ने कहा कि लोगों के मन में शंका है कि स्वास्थ्य मंत्रालय एवं तंबाकू लॉबी के बीच साठगांठ है।
उन्होंने कहा कि तंबाकू बाजार 4०,००० करोड़ रूपए का है जबकि तंबाकू जनित रोगों से निबटने में 1,15,००० करोड़ रूपए का खर्च आने का अनुमान है।
सिगरेट के पैकेटों पर सचित्र चेतावनी बढ़ाने के विरूद्ध दी जा रही दलीलों को खारिज करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्ग मोदी से यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश देने की अपील की कि नयी चेतावनी 85 फीसदी बड़ी हो।