नई दिल्ली: आम आदमी को हवाई अड्डो के अंदर भी जाना मना है, लेकिन मंत्रियों को हवाई जहाज के अंदर माचिस भी ले जाने की इजाजत है। यह बात खुद मंत्री स्वीकारते हैं। केंद्रीय उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा है कि वह हवाई जहाज से सफर के समय माचिस की डिब्बी लेकर चलते हैं। सुरक्षा की दृष्टि से माचिक की डिब्बी लेकर विमान में यात्रा करना कितना खतरनाक साबित हो सकता है, राजू का यह बयान उनकी इस बाबत बेपरवाही दिखाता है।
गजपति राजू ने यह भी कहा कि एक मंत्री होने के कारण हवाई अड्डों पर उनकी जांच नहीं की जाती है और इस तरह वह अपनी माचिस और लाइटर बचा लेते हैं। जबकि जब वह मंत्री नहीं थे तो ये जब्त हो जाती थी।
वह यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि आखिर माचिस सुरक्षा को लेकर कोई खतरा कैसे हो सकता है? राजू ने कहा कि आप माचिस से विमान हाईजैक नहीं कर सकते। हमने दुनिया में ऐसी कोई घटना नहीं सुनी है जिसमें विमान में माचिस के कारण कोई खतरा उत्पन्न हुआ है।
मैं काफी स्मोकिंग करता हूं इसलिए यह मेरे साथ हमेशा रहता है। पहले विमान में चढने के पहले इसे जब्त कर लिया जाता था।
उनसे पहले केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी अपने ही विभाग के नियमों का मखौल उडाने के लिए चर्चा में आये थे। वे अपने गृहनगर नागपुर में अपने घर से संघ मुख्यालय महाल जाते और वहां से लौटते समय बिना हेलमेट के नजर आये थे। इसकी काफी आलोचन हुई थी। मालूम हो कि रोड सेफ्टी पर शख्स नियम बनाने के लिए गडकरी बारंबार अपना संकल्प दोहराते रहते हैं।
कांग्रेस ने अशोक गजपति राजू के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि, राजू ने हवाई यात्रा के दौरान माचिस साथ ले जाकर कानून तोड़ा है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजवाला ने कहा कि सुरक्षाकर्मी लापरवाही बरत रहे हैं।