जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान की नसीहत देते हुए कहा कि यह अभियान केवल गंदगी के खिलाफ ही लड़ाई नहीं है, बल्कि अस्पृश्यता के खिलाफ भी निर्णायक लड़ाई है। देश ने अस्पृश्यता को खत्म करने के लिए काफी कुछ किया है, लेकिन अभी काफी कुछ किया जाना है, ‘‘जो हम कर सकते हैं।’’ गैर सरकारी संगठन सुलभ इंटरनेशनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘अस्पृश्यता और नहीं’ को संबोधित करते हुए राजनाथ ने कहा, ‘‘महात्मा गांधी ने अस्पृश्यता के खिलाफ अभियान शुरू किया था।’’
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का हवाला देते हुए गृहमंत्री ने कहा कि संकीर्ण मानसिकता के लोग महानता हासिल नहीं कर सकते और केवल महानता रखने वाले ही निर्वाण प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमें सिर्फ खून का रिश्ता रखने वालों को ही नहीं, बल्कि हर मित्र और परिचित को परिवार के रूप में स्वीकार करना होगा।’’
इससे पूर्व, गृहमंत्री ने अनुसूचित जाति की कुछ महिलाओं के साथ दोपहर भोज किया। महिलाओं ने उन्हें मिठाइयां दीं। इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी, भाजपा सांसद जगदंबिका पाल और सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक भी मौजूद थे। राजनाथ ने कहा, ‘‘मैंने कुछ महिलाओं के साथ भोजन किया। महिलाओं ने जिस तरह मुझे भोज कराया और माला पहनाकर स्वागत किया, उससे मैं बहुत भावुक हो गया हूं। यह मेरे लिए ऐतिहासिक क्षण था। लोगों के बीच कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। भारत से विश्व को ‘वसुधव कुटुंबकम’ का महत्वपूर्ण संदेश है।’’