जनजीवन ब्यूरो
मधेपुरा। नौकरी के लिए पिता को ही पहचानने से एक लड़की ने इनकार कर दिया। लेकिन जब राज खुला तो बाप और बेटी दोनो पर भारी पर गया। कुमारखंड प्रखंड स्थित वैसाढ़ पंचायत वार्ड नंबर एक की कल्पना कुमारी का चयन किया गया था, लेकिन सीडीपीओ द्वारा नियुक्ति पत्र नहीं मिलने के कारण मामला डीएम के जनता दरबार तक पहुंचा।
डीएम द्वारा आवेदिका की मामले की सुनवाई करते हुए सीडीपीओ से पूछताछ की गयी। इस बाबत सीडीपीओ द्वारा बताया गया कि आम सभा द्वारा 02.12.14 को सेविका पद के लिए चयन किया गया, लेकिन उसके पिता के सरकारी नौकरी में रहने की सूचना पाकर नियुक्ति पर नहीं दिया गया। इस संबंध में डीएम ने उसके पिता विश्वनाथ साह जो बीएनएमभी कॉलेज साहुगढ़ में लेखा लिपिक के पद पर कार्यरत है उससे पूछताछ की गयी। लेकिन उसके पिता ने कहा कि ये मेरी बेटी नहीं है।
वहीं बेटी ने भी अपने पिता को पहचानने से इनकार कर गयी, जिसे लेकर जांच के लिए सरपंच के वंशा वली दी गयी। जिस आधार पर यह पता चला कि आवेदिका के पिता विश्वनाथ साह ही है। मामले को लेकर बीएनभी के प्राचार्य हीरा कांत मंडल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनके विद्यालय में विश्वनाथ साह लिपिक के पद पर कार्यरत है। इस मामले में डीएम द्वारा आवेदिका उसके पति उदय कुमार पिता विश्वनाथ साह पर गलत सूचना देने फर्जी कागज के आधार पर नौकरी पाने के लिए गुमराह करने, धोखा देकर नौकरी का प्रयास करने के लिए एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया। साथ ही विश्वनाथ साह जहां कार्यरत है वहां विभागीय कार्रवाई करने का आदेश दिया।