जनजीवन ब्यूरो
कानपुर जौनपुर । नोटबंदी को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बीच जमकर जुबानी जंग हुई. यूपी की चुनावी धरती पर मोदी ने विपक्ष को ललकारा तो राहुल ने जमकर पलटवार किया. मोदी कानपुर की परिवर्तन रैली में विपक्ष पर बरसे तो राहुल गांधी ने जौनपुर की आक्रोश रैली में मोदी पर निशाना साधा.
1. पीएम मोदी ने गरीब-किसानों के कैशलेस और हाईटेक होने की बात कही, विपक्ष पर लोगों को गुमराह करने का आरोप जड़ा तो राहुल गांधी ने कहा कि गरीब को पेमेंट कैश में मिलता है और उसे खरीद-फरोख्त भी कैश में करनी होती है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘अब जमाना आ गया है कि हाथ लगाए बिना भी मोबाइल फोन से रुपयों का कारोबार किया जा सकता है. आपका मोबाइल फोन ही आपका बैंक बन जाता है. चाय पीकर मोबाइल फोन से पैसे दिए जा सकते हैं. चाय पीने वाले से मोबाइल से पैसा लिया जा सकता है. नोटों के बिना जिया जा सकता है. डिजिटल खरीद बिक्री पर, कार्ड का इस्तेमाल करने वालों को इनाम दिया जा रहा है. अंबेडकर जयंती पर 14 अप्रैल को बंपर ड्रा निकाला जाएगा.’
राहुल गांधी ने कहा, ‘किसान कार्ड से खाद और बीज नहीं खरीदता . किसान को मोबाइल और पेटीएम से पैसा नहीं मिलता. मजदूरी करने वाले एक दिन के पैसे पर जीते हैं. किसान को कैश में पैसा मिलता है. मोदी जी ने किसानों, युवाओं को चोट पहुंचाई है. रोजगार देना तो दूर रोजगार छीन लिया है. नोटबंदी से चमड़े और कालीन की इंडस्ट्री बंद हो गई है.
2. पीएम मोदी ने कांग्रेस पर गरीबों को लूटने का आरोप लगाया तो राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि ढाई साल में देश का 60 फीसदी पैसा देश के 1 फीसदी अमीर लोगों की तिजोरी में पहुंच गया.
मोदी ने कहा, ‘नौजवानों के हाथ में हुनर दिए जाने पर हमारा फोकस है. दिल्ली में गरीबों की सरकार है. गांव, गरीब, किसान, दलित की सरकार है. कांग्रेस ने देश को कभी हिसाब नहीं दिया. हमें बदनाम करने की साजिश कर रही है. उनके जमाने में यह कहावत मशहूर थी, ‘ना खाता ना बही, जो (सीताराम) केसरी कहें वो सही.’
राहुल ने कहा, ‘मोदी सरकार ढाई साल से गरीबों पर वार कर रही है. सबसे ज्यादा धन सिर्फ 50 परिवारों के पास है. यह मोदी जी की देन है. काला धन एक फीसदी अमीर लोगों के पास है. गरीबों से पैसा खींचों, अमीरों को सींचो…ये है मोदी जी नोटबंदी. मोदी जी चाहते हैं गरीबों का पैसा बैंकों में फंसा रहे. मोदी जी ने 99 फीसदी ईमानदार लोगों से पैसे छीने और गरीबों के पैसे से अमीरों का कर्ज माफ करेंगे. नोटबंदी से काला धन नहीं आया. एक फीसदी अमीर लोगों ने नोटबंदी की.’
3. पीएम मोदी ने 1000 और 500 रुपए के नोट बंद करने को कालेधन के खिलाफ बड़ा हथियार बताया तो राहुल गांधी ने समझाया कि हर पैसा काला धन नहीं होता.
मोदी ने कहा, ‘जब हजार के नोट थे तो 100 के नोट को कोई पूछता नहीं था. जब 1000, 500 के नोट चले गए तो अब 100 वालों की ताकत बढ़ गई है. नोटबंदी से गरीबों को लूटने वालों के पसीने छूटे. अब छोटे लोगों और छोटे नोटों की पूछ है.
राहुल ने कहा, ‘सारा कैश काला धन नहीं है, और सारा काला धन कैश में नहीं है. किसान कैश से बीज खरीदे को काला धन नहीं, मजदूर के पास काला धन नहीं है. हिंदुस्तान के चोर होशियार हैं, कंजूस हैं. रियल एस्टेट, सोने, विदेशी बैंकों में काला धन है. देश में मौजूद काला धन का महज 6 फीसदी कैश में है. विदेशी बैंकों वालों को क्यों नहीं पकड़ा गया जिनके पास ब्लैक मनी है. जबकि सरकार के पास स्विस अकाउंट वालों के नाम भी हैं. भारत में 100 रुपये में से सिर्फ 2 पैसे ब्लैक मनी के तौर पर हैं. आतंकियों की जेब से नए नोट निकले तो पीएम ने कैशलेस इकोनॉमी की बात की. कैशलेस इकोनॉमी से पैसा अमीरों के जेब में जाएगा. हम कैशलेस इकोनॉमी के खिलाफ नहीं लेकिन देश की जनता पर इसे थोपी नहीं जानी चाहिए.’
4. पीएम मोदी ने संसद में बाधा के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया तो राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को किसानों, मजदूरों का विरोधी करार दिया.
मोदी ने कहा, ‘हमारा एजेंडा काला धन, भ्रष्टाचार बंद हो जबकि विपक्ष का एजेंडा संसद बंद हो. सरकार जिन मुद्दों पर चर्चा करने जा रही थी, उससे वो भाग रहे थे. पहली बार बेइमानों को बचाने के लिए संसद में नारे लगे, हंगामा किया. विपक्षी दल लोगों को भड़का रहे हैं. काला धन ने मध्यम वर्ग का शोषण किया, गरीबों का हक छीना. आज देश दो हिस्सों बंटा हुआ है, मुट्ठी भर लोग बेइमानों को बचाने में लगे हैं. काला धन वालों की ताकत बहुत है, वो बैंक अफसरों को खरीद ले रहे हैं.’
राहुल ने कहा, ‘पीएम किसानों की कर्जमाफी पर खामोश रहे. किसान हर दिन खुदकुशी कर रहे हैं. पीएम मोदी ने मनरेगा को खत्म करने की कोशिश की, मनरेगा का मजाक उड़ाया. मजदूर का मजाक उड़ाया. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार है. वहां की सरकारों ने उद्योगपतियों के लिए आदिवासियों की जमीन छीनी. विरोध करने पर उन्हें गोली मार दी जाती है.’
राहुल ने कहा, ‘नोटबंदी फेल हो गई है, करदाता परेशान हो रहे हैं. नोटबंदी भ्रष्टाचारियों के खिलाफ नहीं, गरीबों पर वार है. 99 फीसदी लोग नोटबंदी के खिलाफ हैं. ये सर्जिकल स्ट्राइक नहीं, हिंदुस्तान के गरीबों, किसानों पर ‘फायर बॉम्बिंग’ है. पीएम मोदी ने अमीरों के 10 लाख 10 हजार करोड़ माफ किए. किसान कर्ज ना चुकाए तो कार्रवाई होती है. नोटबंदी से किसके खाते में 15 लाख रुपये आए?.’
5. पीएम मोदी ने नोटबंदी और चुनाव सुधारों का जिक्र किया तो राहुल ने माल्या का मुद्दा उठाया.
पीएम ने कहा, ‘नोटबंदी से देशवासियों ने जो कुछ सहा, उसका अंदाजा मुझे है. यह देशवासियों की भलाई के लिए है. 50 दिनों के बाद कठिनाई नहीं बढ़ेगी. नोटबंदी पर करोड़ों लोगों का आशीर्वाद मिला. मेरे देश के लोगों ने कमाल कर दिया. देश ईमानदारी के रास्ते पर चलने वाला है. नोटबंदी को 125 करोड़ देशवासियों की ईमानदारी के लिए याद रखा जाएगा.
मोदी ने कहा, ‘बीजेपी काले धन के खिलाफ चुनाव आयोग के कदम का स्वागत करती है. संसद सत्र से पहले ऑल पार्टी मीटिंग में कहा था कि देश ईमानदारी के रास्ते पर चलना चाहता है. मैंने सदन में इस पर चर्चा कराने का आग्रह किया था. मैं चाहता हूं कि हमें आए दिन होने वाले चुनाव से मुक्ति मिले. विधानसभा और लोकसभा के चुनाव साथ हों. जनता के हित का फैसला तुरंत लागू होगा.’
राहुल ने कहा, ‘केंद्र सरकार ने 8 नवंबर के बाद माल्या को 1200 करोड़ की टॉफी दी. माल्या का 1200 करोड़ का कर्जा माफ किया. ललित मोदी भी लंदन में है. नोटबंदी से ऐन पहले बंगाल और बिहार में बीजेपी के लिए जमीनें खरीदी गईं. कर्नाटक में बीजेपी के एक नेता के घर शादी पर 500 करोड़ खर्च हुए.’