जनजीवन ब्यूरो
लखनऊ। यूपी के राज्यपाल राम नाइक ने सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया कि 10 से 15 फीसदी सांसद निधि कमीशनखोरी में चला जाता है। उन्होंने कहा कि जब प्लानिंग से पैसा चलता है तो 90 फीसदी पैसा गांव तक नहीं पहुंचता है।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि विकास के लिए आवंटित एक रुपया का दस पैसे भी जनता तक नहीं पहुंज पाता है। आज नाइक की स्वीकृति से कई सवाल उठ रहे हैं।
साल 1993 में जब राम नाइक जब विपक्ष के सांसद थे तब उनकी ही पहल पर सांसद निधि की संकल्पना और कार्यान्वयन किया गया था। उन्होंने बताया कि उस समय निधि का प्रयोग केवल क्षेत्र विकास में किया जाता था। इस मसले पर संसद में चर्चा भी हुई थी, जिसमे यह कहा गया कि सांसद निधि का दुरूपयोग हो सकता है।
ADVERTISEMENT