जनजीवन ब्यूरो
मुंबई. नरेंद्र मोदी ने यहां शनिवार को समुद्री तट से डेढ़ किलोमीटर दूर समुद्र के अंदर शिवाजी मेमोरियल के लिए जलपूजन किया। इस प्रोजेक्ट पर 3600 करोड़ रुपए खर्च किे जाएंगे। इसमें लगने वाली शिवाजी की 192 मीटर की मूर्ति दुनिया में सबसे ऊंची होगी। यह गुजरात में लगने वाली सरदार पटेल की प्रतिमा स्टैचू ऑफ यूनिटी से 10 मीटर ज्यादा ऊंची होगी।
नरेंद्र मोदी होवरक्राफ्ट से छत्रपति शिवाजी मेमोरियल पर जलपूजन के लिए पहुंचे। इस होवरक्राफ्ट पर नरेंद्र मोदी के साथ महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़णवीस, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और गवर्नर सी विद्यासागर राव मौजूद थे। जलपूजन पूरा होने के बाद नरेंद्र मोदी ने होवरक्राफ्ट के क्रू मेंबर्स के साथ फोटो भी खिंचवाई। इसके बाद मोदी ने एमएमआरडीए ग्राउंड पर शिवाजी की मूर्ति पर फूल चढ़ाए। इससे पहले मोदी ने ट्वीट किया, “छत्रपति शिवाजी साहस, वीरता और सुशासन के प्रतीक थे। ये स्मारक उनकी महानता को समर्पित होगा।”
बता दें कि समंदर में शिवाजी की मूर्ति लगाए जाने का विरोध किया जा रहा था। मछुआरों का कहना था कि यहां स्मारक बनने से आसपास की मछलियां खत्म हो जाएंगी।
इसके अलावा इस प्रोजेक्ट के विरोध में एक ऑनलाइन कैंपेन भी चलाया गया था, जिसे 21,000 से ज्यादा लोगों का सपोर्ट मिला था। शिवाजी मेमोरियल तट से करीब 1.5 किमी दूर समंदर में होगा। मेमोरियल पर शिवाजी की मूर्ति लगाई जाएगी। इस मूर्ति की ऊंचाई करीब 192 मीटर (630 फीट) होगी। करीब 32 एकड़ की चट्टान पर ये मेमोरियल बनाया जाएगा और यहां 10 हजार लोग एक साथ आ सकेंगे। यहां मंदिर, लाइब्रेरी, फूड कोर्ट जैसी सुविधाएं भी डेवलप की जाएंगी।