जनजीवन ब्यूरो
मुंबई: मुंबई में महानगरपालिका चुनावों से एक दिन, एक मंच से एक घंटे के अंदर एक लाख करोड़ रुपये की योजनाओं का ऐलान हुआ. सारी परियोजनाओं की आधारशिला खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी. इस मौके पर इनकार-इकरार के बाद मंच पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे आए लेकिन उन्हें प्रधानमंत्री के बगल वाली कुर्सी फिर भी नहीं मिल पाई.
मजेदार बात यह है कि शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे की पीएम मोदी के बगल में बैठन की जिद को महाराष्ट्र सरकार ने मान लिया था. इतना ही नहीं, महाराष्ट्र के दो मंत्रियों ने विगत बुधवार को दोपहर में उद्धव ठाकरे के घर जाकर प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में शरीक होने का आधिकारिक निमंत्रण दिया था. लेकिन महाराष्ट्र सरकार अपना वादा के पूरा नहीं कर पाई.
वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले पनवेल के पातालगंगा में एनआईएसएस के नए कैंपस का उद्घाटन किया. फिर उन्होंने अरब सागर में 3600 करोड़ रुपए के छत्रपति शिवाजी महाराज के स्मारक का भूमि पूजन किया. एक तरह से बीएमसी चुनावों का बिगुल फूंकते हुए मोदी ने कहा विकास की हर मुश्किलों का हल है.
मोदी ने अपनी सरकार की पीठ थपथपाते हुए कहा इसी मंच पर जिन प्रकल्पों का उद्घाटन हुआ है, वो लगभग एक लाख 6 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट, विकास के कामों का शुभारंभ होता है, ये बहुत बड़ी घटना है जिसे हम करके दिखा रहे हैं. मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने इस मौके पर कहा पिछले 15 साल में सरकार ने सिर्फ ऐलान किया लेकिन एक भी काम के लिये स्वीकृति नहीं लेकर आ पाए हम शुक्रगुज़ार हैं केन्द्र सरकार के जिन्होंने सिर्फ 6 महीने में सारी स्वीकृतियां दे दीं.
बीएमसी चुनाव को लेकर बढ़ रही तकरात मुंबई महानगरपालिका के चुनाव फरवरी 2017 में होना है, लेकिन बीजेपी-शिवसेना के बीच गठबंधन होगा या नहीं ये अभी तक तय नहीं है. हालांकि विकास कार्यों के श्रेय को लेकर दोनों पार्टियों में जंग जारी है. एमएमआरडीए मैदान से जिन बड़ी परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई उसमें 17,843 करोड़ रुपये का 6 लेन वाला 22 किलोमीटर लंबा न्हावा-शेवा सीलिंक है जो दक्षिण मुंबई में शिवड़ी को नवी मुंबई से जोड़ेगा.
मेट्रो-2 23 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर जो डीएन नगर को मानखुर्द से जोड़ेगा इस परियोजना की अनुमानित लागत 14,549 करोड़ रुपये है. 33 किलोमीटर लंबा मेट्रो-4 10,986 करोड़ रुपये का ये प्रोजेक्ट वडाला को ठाणे से जोड़ेगा, और एमयूटीपी का तीसरा चरण जो 11,000 करोड़ रुपये का है.
मुंबई से रवाना होने के बाद प्रधानमंत्री ने पुणे में 11,400 करोड़ रुपये के पहले चरण के प्रोजेक्ट की भी आधारशिला रखी. इस मौके पर रेल मंत्री और महाराष्ट्र सरकार ने पनवेल सीएसटी और विरार-चर्चगेट के बीच एलिवेटेड कॉरिडोर के बीच समझौते पर भी दस्तखत किए.