जनजीवन ब्यूरो
नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री और लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने मंगलवार को बसपा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई को दलित से जोड़ने के लिए यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर जमकर निशाना साधा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मायावती का दलित होना उन्हें भ्रष्टाचार में संलिप्त होने का लाइसेंस नहीं देता है. पासवान ने कहा कि उन्हें कानून को अपना काम करने देना चाहिये और अधिकारी उनकी पार्टी के खाते की जांच करें.
रामविलास पासवान ने नोटबंदी के बाद बसपा के बैंक खाते में कथित तौर पर 104 करोड़ रुपये जमा कराने को लेकर आलोचना करते हुए कहा, यह दुखद है कि समाज के सबसे दबे कुचले वर्ग का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाली पार्टी के पास इतना धन है. पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी लोजपा दलितों के लिए काम करती है और पार्टी के सात लोकसभा सांसद हैं. बावजूद इसके लोजपा के बैंक खाते में कुल रकम एक लाख तीन हजार 198 रुपये हैं.
केंद्रीय मंत्री ने मायावती पर हमला तेज करते हुए कहा कि दलित की बेटी होना आपको भ्रष्टाचार करने का लाइसेंस नहीं देता है. नोटबंदी का विरोध मायावती द्वारा किये जाने पर रामविलास पासवान ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि उनके जैसे और राजद प्रमुख लालू प्रसाद जैसे लोग इसका विरोध क्यों कर रहे हैं. वे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. इसलिए वे इतना हल्ला कर रहे हैं.
पासवान ने कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राजद और कुछ अन्य क्षेत्रीय दलों द्वारा नोटबंदी के खिलाफ चलाये गये संयुक्त कार्यक्रम पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस और राजद के साथ गठबंधन में शामिल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नोटबंदी का समर्थन कर रहे हैं और वे लोग राजनीतिक कारणों से इसका विरोध कर रहे हैं.