जनजीवन ब्यूरो
मेरठ । विवादास्पद बयानों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहने वाले भाजपा सांसद साक्षी महाराज के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। चार बीवी और चालीस बच्चों वाले बयान पर उनके विरुद्ध सदर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। संत समागम के बहाने राजनीतिक मंच सजाने पर कार्यक्रम आयोजक पर भी केस किया गया है। चुनाव आयोग ने पूरी रिपोर्ट डीएम मेरठ से तलब कर ली है।
वेस्ट एंड रोड स्थित बालाजी मंदिर में शुक्रवार को हुए संत समागम में सांसद साक्षी महाराज पहुंचे थे। उन्होंने बयान दिया था कि देश की आबादी हिन्दू नहीं, बल्कि चार बीवी और चालीस बच्चों वाले लोगों की वजह से बढ़ रही है। भारत सरकार को इस पर कड़ा कानून बनाना चाहिए। हालांकि साक्षी महाराज ने अपने भाषण में किसी समुदाय का नाम नहीं लिया, लेकिन इसे एक संप्रदाय विशेष को ठेस पहुंचाने वाला माना गया है। साक्षी महाराज ने यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) को भी जल्द लागू करने की वकालत की थी।
उनके इस बयान पर विपक्षी दलों ने कड़ा ऐतराज जताया, जिसके बाद चुनाव आयोग ने शनिवार को डीएम मेरठ बी.चंद्रकला से साक्षी महाराज के बयान पर रिपोर्ट तलब कर ली। खुद एसएसपी जे.रविंदर गौड ने साक्षी महाराज के बयान वाली छह वीडियो क्लिप कई बार देखी। इसमें पाया गया कि साक्षी महाराज ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है। सदर थाने के सब इंस्पेक्टर रामकुमार सिंह की तहरीर पर पुलिस ने उन्नाव सांसद साक्षी महाराज और कार्यक्रम आयोजक महंत महेंद्रदास के विरुद्ध धारा-188, 295ए, 298, 505(3), 153बी और 171एस में मुकदमा किया है।
सिर्फ संत समागम की परमीशन ली गई थी, मगर वहां राजनीतिक मंच सजाया गया। वीडियो में सुने भाषण में सांसद साक्षी महाराज ने एक धर्म के प्रति आपत्तिजनक भाषण दिया है। जिस पर सांसद व कार्यक्रम आयोजक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है -जे.रविंदर गौड, एसएसपी मेरठ