जनजीवन ब्यूरो
चेन्नई । एक तरफ जहां पीएम नरेंद्र मोदी कैशलेश की वकालत कर रहे हैं वहीं उनकी योजना को दफन करने का भी प्रयास किया जा रहा है. तमिलनाडु पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि राज्य में पेट्रोल पंप आउटलेट्स पर 9 जनवरी की मध्य रात्रि से डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भुगतान स्वीकार नहीं किया जाएगा.
तमिलनाडु स्टेट फेडरेशन ऑफ पेट्रोलियम डीलर्स के अध्यक्ष केपी मुरली ने कहा कि एचडीएफसी बैक और अन्य बैंकों ने पेट्रोलियम डीलर्स को सूचित किया है कि वे 9 जनवरी से क्रेडिट कार्ड से होने वाले लेनदेन पर 1 फीसदी और डेबिट कार्ड से होने वाले लेनदेन पर 0.25 फीसदी से 1 फीसदी के बीच शुल्क वसूलेंगे.
एसोसिएशन का कहना है कि कुल मार्जिन 2.5 फीसदी है. इसमें उन्हें स्टाफ कॉस्ट और अन्य मैंटेनेंस से जुड़े खर्च करने होते हैं. ऐसे में इतने कम मार्जिन में बैंक को शुल्क देना रिटेल आउटलेट्स के लिए संभव नहीं है.
दूसरे कारोबारियों की तरह पेट्रोलियम डीलर्स अपने उत्पादों की कीमत भी नहीं बढ़ा सकते हैं. ऐसी स्थिति में पेट्रोलियम डीलर्स अपने मार्जिन का एक फीसदी हिस्सा बैंकों को देने की स्थिति में नहीं हैं.
पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की मानें तो इन नए नियम से डीलरों को भारी घाटा होने की आशंका है. जिस वजह से उन्होंने 9 जनवरी 2017 की मध्य रात्रि से डेबिट और क्रेडिट कार्ड के जरिये राज्य के करीब 4800 पेट्रोल पंपों पर भुगतान स्वीकार नहीं किए जाएंगे. वहीं मुंबई पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने नए नियम के खिलाफ है और वो भी इस तरह का कुछ फैसले ले सकता है.