जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। फर्जी था पाक की मिसाइल बाबर-3 का परीक्षण, तस्वीरों पर उठे सवाल। पाकिस्तान की सेना ने दावा किया था सोमवार को कि उन्होंने परमाणु क्षमता से लैस पनडुब्बी से लांच होने वाली क्रूज मिसाइल बाबर-3 सफल परीक्षण किया। लेकिन अब इस दावे की हवा निकलने लगी है।
पाकिस्तान ने मिसाइल परीक्षण के सबूत में जो वीडियो जारी किया था उसे लेकर सोशल मीडिया में सवाल उठ रहे हैं। तकनीकी विशेषज्ञों के हवाले से कहा जा रहा है कि पाकिस्तान ने मिसाइल लांचिंग का जो वीडियो लांच किया वह फर्जी है क्योंकि वीडियो दिख रही तस्वीरों से छेड़छाड़ कर वीडियो तैयार किया गया है।
एक अंग्रेजी वेबवाइट की रिपोर्ट के अनुसार, पठानकोट के इमेजरी एनालिस्ट राज ने कुछ ऐसे तथ्य पेश करने की कोशिश की है जिसमें पाकिस्तान की ओर से जारी किया गया मिसाइल लांचिंग का वीडियो फर्जी प्रतीत हो रहा है।
राज ने अपने ट्वीट कर जानकारी दी है कि पाकिस्तान के मेजन जनरल असिफ गफूर की ओर से जो वीडियो सोशल मीडिया में जारी किया गया है वह आठ सेकंड में 15 किमी मूव करते दिख रही है यानी 6750 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से। जो कि पाकिस्तान की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार बाबर की रेंज 450 किमी है।
पाक का दावा, रडार से बचकर निकल सकती है बाबर-3
खबरों की मानें तो बाबर-3 एसएलसीएम को जमीन से भी लांच किया जा सकता है। यह मिसाइल विभिन्न स्तर के विस्फोटक भार ले जाने में सक्षम है। परमाणु हमले में यह पलटवार करने में भी सक्षम है। एअर रडार तकनीक से लैस यह मिसाइल दुष्मन के रडार से भी बच निकलने में सक्षम है।
बाबर-3
मारक क्षमता- 450 किमी
अत्याधुनिक तकनीक से लैस
रडार से बच निकलने में सक्षम
परमाणु हमले का जवाब देने में सक्षम