जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल कस्बे में शुक्रवार को प्रस्तावित रैली से पहले बीती रात हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी और कट्टरपंथी अलगाववादी नेता मसर्रत आलम को नजरबंद कर दिया गया। मार्च की आशंका को देखते हुए आज कश्मीर घाटी के कई इलाकों में कर्फ्यू लग सकता है। पुलवामा जिले को पूरी तरह से सील कर दिया गया है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘गिलानी को नजरबंद किया गया है. हैदरपोरा स्थित उनके आवास के बाहर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए ऐहतियातन यह कदम उठाया गया है।’’ अधिकारी ने कहा कि मसर्रत आलम को भी नजरबंद किया गया है।
श्रीनगर में अलगाववादियों की रैली को लेकर चौतरफा हमला होने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने शुक्रवार के मार्च के लिए अनुमति देने से इंकार किया।
श्रीनगर में गिलानी को भी उनके ही घऱ पर ही नजरबंद किया गया है। भारी पुलिस फोर्स उनके घर पर तैनात है। ये नजरबंदी कल त्राल में अलगाववादियों के मार्च को लेकर की गई है।
जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट बारअसोसिएशन ने खुलेआम पाकिस्तान के झंडे लहराने वाले मसरत और गिलानी के खिलाफ आज राज्य भर में बंद का एलान किया है। जम्मू में डोगरा फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर मसरत पर अपना गुस्सा निकालते हुए कहा कि सात मार्च को मसरत की रिहाई का फैसला गलत साबित हुआ।