जनजीवन ब्यूरो
वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा आज शिकागो में अपना अंतिम भाषण दे रहे हैं. विदाई भाषण में ओबामा ने कहा कि अमेरिका अभी भी चीन और रूस से कहीं आगे हैं. पूरी दुनिया में जितना असर अमेरिका का है उतना किसी और देश का नहीं है. बराक ओबामा ने नये राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति को सत्ता के सहज हस्तांतरण का वादा किया. अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने विदाई भाषण में कहा कि अमेरिका अब ‘एक बेहतर, मजबूत स्थिति’ में है.
उन्होंने नस्लवाद को अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया. गौरतलब है कि एक अश्वेत (बराक ओबामा) के आठ साल तक राष्ट्रपति रहने के बावजूद भी अमेरिका ने नस्लवाद की घटनाओं में खासा कमी नहीं हुई. आज भी वहां आये दिन गोलीबारी और हिंसा का मुख्य कारण नस्लवाद ही है.
ओबामा ने कहा कि नस्लवाद अब भी ‘विभाजनकारी ताकत’ है. रंगभेद पर अपने विचार रखते हुए ओबामा ने कहा कि अब स्थिति में काफी सुधार है जैसे कई सालों पहले हालात थे अब वैसे नहीं हैं. हालांकि रंगभेद अभी भी समाज का एक विघटनकारी तत्व है. इसे खत्म करने के लिए लोगों के हृदय परिवर्तन की जरूरत है, सिर्फ कानून से काम नहीं चलेगा.
एक बड़ी जिम्मेवारी से मुक्त होकर घर वापसी पर बराक ओबामा भावुक हो गये. उन्होंने समस्त अमेरिका वासियों को उनके प्रेम और विश्वास के लिए धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि घर वापस आकर अच्छा लग रहा है.उन्होंने कहा कि बदलाव तभी होता है जब आम आदमी इससे जुड़ता है. आम आदमी ही बदलाव लाता है. हर रोज मैंने लोगों से कुछ न कुछ सीखा. हमारे देश के निर्माताओं ने हमें अपने सपने पूरे करने के की आजादी दी. हमारी सरकार ने यह प्रयास किया कि सबके पास आर्थिक मौका हो. हमने यह भी प्रयास किया कि अमेरिका हर चैलेंज का सामना करने के लिए तैयार रहे.