जनजीवन ब्यूरो
कश्मीर । नबालिग के मौत मामले में कश्मीर पुलिस के एक अधिकारी समेत दो पुलिसकर्मी गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस महानिदेशक के.राजेंद्र ने गिरफ्तारी की पुष्टी करते हुए इसे भयंकर भूल माना है। जबकि मारे गए सुहेल अहमद के परिजनो ने खींचकर ले जाकर गोली मारने का आरोप लगाया है। सरकार ने हादसे की जांच का आदेश दे दिया है। अलगाववादी मरसत की गिरफ्तारी के बाद घाटी में मचा बवाल थम नहीं रहा।
ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी गुट के चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी और हुर्रियत के उदारवादी गुट के चेयरमैन मीरवाइज ने नारबल में पुलिस फायरिंग में नाबालिग की मौत के खिलाफ रविवार को जिला बडगाम में बंद का एलान किया है।
आरोप है कि इस दौरान सीआरपीएफ की फायरिंग में 14 साल के बच्चे की मौत हो गई। मौत की खबर फैलते ही घाटी के दूसरे इलाको में भी पुलिस और बंद समर्थकों के बीच झड़प होने लगी जिसमें करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए। बच्चे की मौत मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
उधर पुलिस ने जेकेएलएफ अध्यक्ष यासीन मालिक और समाज सेवी स्वामी अग्निवेश को श्रीनगर के मैसूमा इलाके से उस वक्त गिरफ्तार कर लिया जब वो फायरिंग में मारे गए बच्चे के घर जाने की कोशिश कर रहे थे। यासीन मालिक सुबह से ही श्रीनगर में कश्मीरी पंडितों के लिए अलग कॉलोनी बनाने के खिलाफ तीस घंटे की भूख हड़ताल पर बैठे थे। इसमें उनका साथ स्वामी अग्निवेश ने भी दिया।
आज ही हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने अलगाववादी मसरत की गिरफ्तारी के विरोध में बंद का ऐलान किया था। इस दौरान घाटी में कारोबार पूरी तरह ठप रहा। आपको बता दें मसरत ने पाकिस्तान और आतंकी हाफिज सईद के समर्थन में नारे लगाए थे जिसके बाद देशभर में बवाल मच गया था। फिलहाल वो सात दिन की पुलिस हिरासत में है।