जनजीवन ब्यूरो
लखनऊ: कांग्रेस और सपा मिलकर उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे. अखिलेश यादव की प्रियंका गांधी के साथ सीधे तौर पर बातचीत हुई थी लेकिन इसके बाद कांग्रेस के किसी भी बड़े नेता ने गठबंधन को लेकर उनसे बातचीत नहीं की. एसपी नेता नरेश अग्रवाल ने आज कहा कि गठबंधन की संभावना अब लगभग खत्म हो गयी है. कांग्रेस को लगभग सौ सीटों की पेशकश की गयी थी लेकिन वह 120 सीटें मांग रही है.
अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस से कह दिया गया है कि एसपी 300 से कम सीटों पर चुनाव नहीं लडेगी. सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी गठबंधन के तहत कांग्रेस को महज 99 सीट ही ऑफर कर रही थी लेकिन कांग्रेस ने एसपी के इस ऑफर को ठुकरा दिया.
उच्चस्थ सूत्रों की मानें तो एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव इस बात से नाराज थे कि कांग्रेस के तरफ से गठबंधन की बातचीत सीधे तौर पर ना होकर दूतों के जरिए की जा रही थी. हालांकि बीच में एक बार अखिलेश यादव की प्रियंका गांधी के साथ सीधे तौर पर बातचीत हुई थी लेकिन इसके बाद कांग्रेस के किसी भी बड़े नेता ने गठबंधन को लेकर उनसे बातचीत नहीं की.
अखिलेश यादव गठबंधन को लेकर काफी गंभीर थे. इसलिए अखिलेश कांग्रेस के साथ गठबंधन पर पार्टी के किसी दूसरे नेता को शामिल ना करके खुद ही सीटों को लेकर बात कर रहे थे. अखिलश की तरफ से गठबंधन में पहले कांग्रेस को 85+14 सीटों का ऑफर दिया गया लेकिन बाद में कांग्रेस की तरफ से डिमांड बढ़कर 120 सीट पर पहुंच गई क्योंकि कांग्रेस गठबंधन में आरएलडी को भी शामिल करना चाहती थी. लेकिन बाद में जब अखिलेश की तरफ से कांग्रेस खेमे को यह समझाया गया कि आरएलडी के साथ गठबंधन नुकसान पहुंचा सकता है इसलिए बात सिर्फ एसपी और कांग्रेस के गठंबधन पर ही सिमट गई.