जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। किसान खेत मजदूर रैली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और
उपाध्यक्ष राहुल गांधी नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। राहुल
के भाषण में जहां तेवर नजर आया वहीं जबरदस्त आत्मविश्वास भी दिखा। राहुल गांधी ने मोदी सरकार सीधे आक्रमण करते हुए कहा कि मोदी ने उद्योगपतियो से पैसे लेकर चुनाव जीता, अब उन्हीं उद्योगपतियो को जमीन देकर कर्ज उतारेंगे। केंद्र सरकार न सिर्फ किसान विरोधी है बल्कि विदेशों में देश की छवि खराब करने काआरोप भी लगाया। किसानों को उन्होंने कहा कि नए कानून बनाकर मोदी किसानो की जमीन उद्धोगपतियो को बांट देंगे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि किसानों को कमजोर करने की साजिश रची जा रही है लेकिन कांग्रेस इसे सफल नहीं होने देगी। सोनिया गांधी ने कहा कि हम यहां इस लिए इकट्ठा हुए हैं ताकि मोदी को संदेश दे सकें कि अब बहुत हो चुका है और अब मजदूरों किसानों को नजरअंदाज नहीं होने देंगे। सोनिया ने कहा, आज सरकार ने 2०13 के कानून जो बदलाव किए हैं वह उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाएगा।
लगभग 22 मिनट के अपने भाषण में राहुल राहुल गांधी ने मोदी पर प्रहार करते हुए कहा कि चुनाव के समय मोदी ने उद्योगपतियों से कर्ज लिया है, विज्ञापनों के लिए। अब मोदी गुजरात का काम पूरे देश में करने जा रहे हैं। किसानों को कमजोर करना चाहते हैं। राहुल ने कहा कि आईटी और उद्योगों से पहले किसानों ने भारत के विकास की नींव रखी और हिन्दुस्तान को भोजन दिया। उन्होंने कहा कि भारत में जो कुछ बना वह किसान की मेहनत पर बना है। किसान को अपनी जमीन जाने का डर सता रहा है। बेटी की शादी की चिता है। उन्होंने कहा कि मैं गांवों में गया, देखा कैसे किसान परेशान है। बुंदेलखंड में गया, विदर्भ गया… वहां पर केंद्र की पिछली मनमोहन सिह सरकार ने पैकेज भेजा था। मनमोहन सिह सरकार ने किसानों का कर्ज माफ किया था। कांग्रेस पार्टी किसानों की लड़ाई लड़ेंगी और पूरा विश्वास है कि जीत हमारी होगी।
राहुल ने मोदी के विदेश में दिए गए भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि 5० साल के हिन्दुस्तान का कचड़ा साफ कर रहा हूं, यह प्रधानमंत्री के कद को शोभा नहीं देता और न ही देश के लिए ठीक है। मोदी को भारत के लोगों की शक्ति का अंदाजा नहीं है।
भट्टा परसौल का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि मायावती की सरकार किसानो की जमीन लेती जा रही थीं, उद्योगपतियों के लिए। लेकिन दो साल की लड़ाई लड़ने के बाद 2०13 में कानून बनाया गया। तब भाजपा ने बिल का समर्थन किया था। उस कानून को मोदी सरकार बदलने के लिए आमदा है। अध्यादेश के जरिए बिल पास कर रहे हैं क्यों।
यूपीए सरकार में एमएसपी बढ़ाने की याद दिलाते हुए राहुल ने कहा कि कांग्रेस ने किसानो की मदद की। आज सिचाई का बजट कम कर दिया गया है, कृषि विकास का बजट कम कर दिया है। मोदी सरकार किसानों का बजट क्यों कम रही है ताकि किसान कमजोर हो। राहुल ने कहा कि जमीन सोना है आने वाले साल में जमीन का दाम सोने से ज्यादा होगा।
राहुल गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस ने बाजार रेट से चार गुणा जमीन का
भाव तय किया। जिसे भाजपा ने खत्म कर दिया। जमीन लेने के पांच साल में अगर काम नहीं होता तो जमीन वापस किसान को दी जाएगी। इसे बदलने की क्या जरूरत थी। उन्होंने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ सफल नहीं होगा। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हर उस जगह खड़ी होगी जहां जबरन जमीन अधिग्रहण होगा।
राहुल ने अपने भाषण में ऑस्ट्रेलिया दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि वहां दुनिया की सबसे बड़ी हीरे की खान है, उस जमीन पर पहले किसानों का हक था 3०० परिवार रहते थे। अब ये लोग मजदूरी करते हैं।
रैली को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने एमएसपी को न के बराबर बढ़ाया और केंद्र के इशारे पर राज्यों ने बोनस भी खत्म कर दिया। ऐसा लग रहा है जैसे जख्म पर नमक छिड़कने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि रैली से मोदी को संदेश दिया जा सके कि अब बहुत हो चुका है और अब मजदूरों किसानों को नजरअंदाज नहीं होने देंगे।
सोनिया गांधी ने कहा कि रामलीला मैदान की किसान रैली से हमें नई ऊ.र्जा मिली है। उनका कहना है कि मोदी सरकार मानवीय मूल्यों को खत्म कर रही है।अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से सरकार गेहूं मंगा रही है, जबकि देश के किसान बदहाल हैं । उन्होंने कहा किसानों की फसल की सही कीमत नहीं मिल रही है। यूपीए सरकार ने किसानों का 7० हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया था।
सोनिया गांधी का कहना है कि देश के किसान मोदी सरकार की चाल समझ चुके हैं। उनका कहना है कि नए कानून से आदिवासियों का भी नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि किसानों को अब केंद्र सरकार को यह संदेश देना है कि अब बहुत हो चुका है। उन्होंने कहा कि किसानों की आवाज न दबी है और न दबेगी।
रैली को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिह ने भी संबोधित किया।