जनजीवन ब्यूरो
मेरठ : उत्तर प्रदेश में चुनावी शंखनाद की शुरुआत करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने SCAM शब्द का नया नाम गढ़ा. मोदी ने कहा SCAM का अर्थ होता है सपा, कांग्रेस, अखिलेश और मायावती और भाजपा की लड़ाई इन्हीं से है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार,यूपी सरकार को पैसे देती है लेकिन यूपी खर्च नहीं कर पाती है. सफाई अभियान के लिए 950 करोड़ रुपये दिये. 40 करोड़ रुपये ही खर्च हुए. नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूपी का क्या हाल करके रखा है कभी चाचा तो , कभी मामा, कभी मामा का साला जानें कहां -कहां व्यस्त रहते है मुख्यमंत्री.
पीएम मोदी ने कहा कि कल जो एक दूसरे को गालियां दे रहे थे आज वे गले मिल रहे हैं. दोनों गले लग कर कह रहे हैं कि ‘बचाओ-बचाओ’. आज भूमाफिया, भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लड़ाई है. उत्तर प्रदेश के पास हिंदुस्तान का सबसे ताकतवर राज्य बनने का मौका है. यूपी में प्राकृतिक संसाधन, गंगा-यमुना है. राज्य में नौजवान हैं. क्या कारण है कि यूपी के जवानों को रोजी -रोटी कमाने के लिए घर छोड़ना पड़ता है. अपने बूढ़े मां-बाप को छोड़कर शहर की गंदी नालियों के पास रहने को मजबूर होना पड़ता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपने मुझे जो काम दिया है, ढाई साल हो गये मोदी के नाम पर कोई कलंक है क्या ? देश को नुकसान उठाना पड़े , क्या वैसा कोई काम किया ?उत्तर प्रदेश ने जो प्यार दिया , मुझे भी यूपी का कर्ज चुकाना शेष है. ढाई साल में मैंने गरीबी , पीड़ितों,.दलितों किसानों के लिए ढेर सारा काम किया. मैं उत्तर प्रदेश में कितना ही अच्छा करना चाहूं, तो यहां जो रूकावट पैदा करने वाली सरकार है , वो काम होने नहीं देती है. दिल्ली की योजनाओं को यूपी की जनता तक पहुंचाने के लिए वर्तमान राज्य सरकार को हटाना जरूरी है.
यह मेरठ पश्चिमी उत्तर प्रदेश का विकास द्वार है. यहीं मेरठ अपने उद्योग -धंधे के लिए राज्य का प्रमुख शहर है लेकिन क्या कारण है निर्दोष व्यापारियों को मार दिया जा रहा है. ये मामला सिर्फ मेरठ का नहीं है. उत्तर प्रदेश में गुंडागर्दी बहुत है. गुंडा तत्व को आश्रय देने वाले पार्टी को हटाना पड़ेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपने देखा होगा कि कांग्रेस पार्टी गांव- गांव जाकर यूपी में भाषण दे रही थी. सपा को गालियां दे रहे थे, सपा बेमान है ये कहते थे कि नहीं . रातों -रात ऐसा क्या हो गया कि आप उनके गले लग गये. भाइयों -बहनों राजनीति में गठबंधन देखे हैं लेकिन ऐसा गठबंधन पहली बार देखा हैं कि सुबह-शाम गालियां देते थे. आज एक दूसरे के गले लगकर बचाओं-बचाओं कह रहे हैं.