जनजीवन ब्यूरो
श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के श्रीनगर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की बर्बादी के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये उत्तराखंड के निर्माण से पहले कांग्रेस कहती थी कि इस राज्य का निर्माण हमारे खून पर होगा। मुख्यमंत्री हरीश रावत पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि ये वहीं हैं जो उत्तराखंड को अलग राज्य बनाए जाने के खिलाफ थे और अब ये पीछे के दरवाजे से मुख्यमंत्री बन गए हैं, वरना यहां के लोग कभी भी इन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनने देते।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें उत्तराखंड का भाग्य बदलना है, उन्होंने कहा कि 12 मार्च को यहां की सरकार भूतपूर्व सरकार हो जाएगी और नतीजे अभूतपूर्व होंगे। पीएम ने कहा कि उत्तराखंड के लोगों में इतना सामर्थ्य है जो पूरे हिंदुस्तान की रक्षा करता है। झारखंड, छत्तीसगढ़ तेजी से विकास की ओर आगे बढ़ गए लेकिन उत्तराखंड बर्बाद हो गया है, इसके लिए कौन जिम्मेदार है। हर हिंदुस्तानी यहां आने के लिए लालायित रहता है, इस देवभूमि को किसी यात्री को बुलाने के लिए प्रचार करने की जरूरत नहीं है।
कोई ऐसा ग्रंथ नहीं होगा जिसने हिमालय की जड़ी-बूटी की चर्चा ना हो।
यहां के पर्यावरण में बहुत सामर्थ्य है, यहां का हर पौधा जड़ी-बूटी है।
पुरुषों की ही तरह यहां की मातृशक्ति पूरे उत्तराखंड को अर्थव्यवस्था को चलाने का काम कर रही है।
पर्यावरण के क्षेत्र में भूटान में बेहतरीन काम किया है, हमारा उत्तराखंड भी पूरे विश्व के लिए पर्यावरण की दृृष्टि से बहुत बड़ा केंद्र बन सकता है।
हम पूरे बॉलिवुड को उत्तराखंड में लाने के लिए प्रेरित कर सके इसके प्रयास करेंगे। ये बॉलिवुड फिल्मों की शूटिंग के लिए है, उसे बाहर क्यों जाना पड़ रहा है। हमारी सरकार रेल नेटवर्क को भी यहां बढ़ाना चाहती है। उत्तराखंड में इतनी ताकत है, यहां का पहाड़ हो, यहां की जवानी हो, यह ताकत से भरी हुई है। इर रोड के निर्माण के बाद यहां के लोगों को रोजगार के मौके मिलेंगे।
हमने 12 हजार करोड़ रुपए से चार धाम को जोड़ने का काम किया है, यह पूरे हिंदुस्तान के सपने को पूरा करने का काम किया है। टूरिज्म कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता है, अगर यात्री आते ही भागने का नाम लेने लगे। टूरिज्म एक बात पर निर्भर करता है, एक आने का मन कर जाए और आने के बाद रुकने का मन कर जाए। कपाट बंद होने के बाद प्रचार किया जाता है कि बद्रीनाथ और केदारनाथ का दर्शन करने के लिए आइए।