नयी दिल्ली : विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप को आज कनाडा में भारत का उच्चायुक्त नियुक्त किया गया. उनको विदेश मंत्रालय की सोशल मीडिया में पहुंच के विस्तार और संवेदनशील मुद्दों को कुशल तरीके से निपटने का श्रेय दिया जाता है. वर्ष 1986 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी ने वर्ष 2015 में यह अहम जिम्मेदारी संभाली थी.
उस दौरान भारत का विदेश मंत्रालय बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा था. स्वरुप के उपन्यास ‘क्यू एंड ए’ पर ऑस्कर पुरस्कार प्राप्त करने वाली फिल्म ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ बन चुकी है. विकास स्वरुप वर्तमान में अतिरिक्त सचिव हैं और विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उनके जल्द ही नया पदभार ग्रहण करने की संभावना है.
विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान, ईरान, अफगानिस्तान विभाग के संयुक्त सचिव गोपाल बागले स्वरूप का स्थान लेंगे. अपने राजनयिक करियर के दौरान स्वरुप तुर्की, अमेरिका, इथोपिया, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और जापान समेत कई देशों में कार्य कर चुके हैं.
वह वर्ष 2000 से 2003 के बीच लंदन में पदस्थापित थे और इसी दौरान उन्होंने अपना पहला उपन्यास ‘क्यू एंड ए’ लिखा था. उनका उपन्यास 43 भाषाओं में प्रकाशित हो चुका है. उन्होंने टाइम, न्यूजवीक, द गार्जियन, द टेलीग्राफ (ब्रिटेन), द फिनांसियल टाइम्स (ब्रिटेन) और लिबरेशन समेत कई पत्र-पत्रिकाओं के लिए भी लिखा है.
स्वरूप ने सैयद अकबरुद्दीन से विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का पदभार ग्रहण किया था, जो वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि हैं. कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त का पद विष्णु प्रकाश के सेवानिवृत्त होने के बाद से खाली था. कई प्रमुख क्षेत्रों में कनाडा के साथ भारत के करीबी ताल्लुकात हैं और वहां बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं.
इलाहाबाद में वकीलों के घर में जन्मे स्वरुप ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इतिहास, मनोविज्ञान और दर्शनशास्त्र का अध्ययन किया.