जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली: वरुण गांधी द्वारा बागी तेवर दिखाए जाने के बाद बीजेपी ने बुधवार शाम को छठे और सातवें चरण के चुनाव प्रचार के स्टार प्रचारकों की सूची से उनका नाम हटा दिया है. उनकी जगह केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा का नाम शामिल किया गया है.
उल्लेखनीय है कि यूपी में तवज्जो नहीं मिलने से बीजेपी सांसद वरुण गांधी खासे नाराज दिखाई दे रहे हैं और उनकी यह भड़ास इंदौर में जाकर निकली है. इंदौर के एक कार्यक्रम में वरुण ने सिस्टम पर जमकर हमला बोला. वरुण ने सिस्टम पर अल्पसंख्यकों के विकास में फेल होने का आरोप भी लगाया. वरुण गांधी ने इस कार्यक्रम में रोहित वेमुला के सुसाइड का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि रोहित वेमुला का सुसाइड नोट पढ़कर उन्हें रोना आ गया. किसानों की आत्महत्या के मुद्दे पर भी उन्होंने कहा कि देश में कर्ज वसूली में भेदभाव किया जा रहा है और अमीरों को तो रियायत दे दी जाती है, लेकिन गरीब को जान देनी पड़ती है.
वरुण ने कहा- पिछले 2 साल में सरकारी आंकड़ा है कि 7500 किसानों ने आत्महत्या की. जबकि सच्चाई में संख्या 50 हजार के आसपास है. विजय माल्या को देखें जिसके पास 10 हजार करोड़ का लोन था, जैसे ही उसे नोटिस गया वह देश छोड़कर भाग गया. सवाल एक शख्स का नहीं, सवाल व्यवस्था का है.
इसके साथ ही वरुण ने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि पिछले साल हैदराबाद में एक दलित पीएचडी स्टूडेंट ने आत्महत्या कर ली. जब मैंने उनकी चिट्ठी पढ़ी मुझे रोना आ गया. रोहित ने चिट्ठी में ये कहा कि मैं अपनी जान इसलिए ले रहा हूं क्योंकि मैंने इस रूप में जन्म लेने का पाप किया है.
खास बात यह है कि यूपी चुनाव से पहले बीजेपी के जिन स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की गई थी उसमें वरुण गांधी का नाम नहीं था हालांकि बाद में उनका नाम जोड़ा गया था. इसके अलावा अपने क्षेत्र में उम्मीदवारों के टिकट बंटवारे के मुद्दे पर भी वह पार्टी से नाराज़ बताए जा रहे हैं. वरुण गांधी सुल्तानपुर से बीजेपी सांसद हैं जबकि उनकी मां और केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी पीलीभीत से सांसद हैं