जनजीवन ब्यूरो
ग्वालियर। अपनी फीस वापस न मिलने से नाराज छात्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु देने की मांग की। पीएम को पत्र लिखने की बात सामने आने पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने फौरन छात्र के खाते में उसकी फीस जमा करा दी।
अपने अधिकारों के प्रति जागरूक छात्र ने एक महीने पहले ही फीस वापसी के बदले रिश्वत मांग रही महिला का ऑडियो वायरल कर उसे सस्पेंड कराया था। फिर भी जब छात्र को रिलीफ नहीं मिला, तो उसने पीएम को पत्र लिखकर जहर खाने की अनुमति मांगी।
दरअसल, सीहोर निवासी आजाद सिंह ग्वालियर के साइंस कॉलेज में एमएससी सेकंड सेमेस्टर में अगस्त 2016 में शामिल हुआ था। लेकिन जब परिणाम निकला तो आजाद का नाम न तो पास हुए छात्रों की सूची में था और न ही फेल छात्रों की सूची में, इस बीच थर्ड सेमेस्टर के लिए फॉर्म भरने की तारीख आ गई, एक दिन पहले ही छात्र को उसकी परीक्षा में फेल घोषित कर दिया गया, लेकिन तब तक छात्र 2520 रुपए विश्वविद्यालय में जमा करा चुका था। जब छात्र ने अपनी फीस वापसी का आवेदन लगाया, तो उससे महिला क्लर्क द्वारा 300 रुपए की रिश्वत मांगी गई। इसकी शिकायत की तो रजिस्ट्रार ने महिला को निलंबित कर दिया। लेकिन छात्र को फीस फिर भी नहीं मिली। सीएम हेल्पलाइन और कलेक्टर के यहां आवेदन लगाने पर भी छात्र को कोई रिलीफ नहीं मिला और 23 फरवरी को आजाद सिंह ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा। पत्र प्रकाशित होते ही शनिवार को इस छात्र के खाते में फीस 40 रुपये की कमी के साथ वापस आ गई, लेकिन इस कवायद में उसका एक साल बर्बाद हो गया।