जनजीवन ब्यूरो
पटना : बिहार विधानमंडल के बजट सत्र में बजट पर कम और सेक्स स्कैंडल पर ज्यादा हंगामा किया जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सदन में मौजूदगी में विपक्ष के हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. भाजपा नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने पत्रकारों से कहा कि नीतीश सरकार आरोपियों को बचाने में जुटी हुई है.
वहीं, जदयू ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि हम सीबीआइ जांच की मांग नहीं मानेंगे. क्योंकि पहले भी तीन मामलों की जांच सीबीआइ को सौंपी गयी है. पत्रकार राजदेव रंजन और नवरुणा हत्याकांड में सीबीआइ ने कुछ नहीं किया. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि भाजपा बीएसएससी घोटाले में जदयू नेतओं का नाम नहीं ले यदि नाम लेती है तो उसका सबूत पेश करे अन्यथा एसआइटी की जांच पर भरोसा करे.
बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद आज विरोधी दल के सदस्यों ने बिहार कृषि विश्वविद्यालय में बहाली में अनियमितता बरतने वाले पूर्व कुलपति और वर्तमान में जदयू विधायक मेवालाल चौधरी तथा दलित छात्रा के साथ कथित यौन शोषण करने वाले कांग्रेस के स्थानीय नेता ब्रजेश पांडेय और अन्य की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पोर्टिको में प्रदर्शन शुरू कर दिया. भाजपा के साथ राजग के अन्य सदस्यों ने सदन में बीएसएससी पेपर लीक मामले की सीबीआइ जांच कराने तथा महागठबंधन सरकार के उन मंत्रियों को बर्खास्त करने को लेकर हंगामा और नारेबाजी की. जिसके बाद सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
भाजपा नेता प्रेम कुमार ने इन मामलों को लेकर सदन के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा. भाजपा नेता ने इन मामलों से जुड़े लोगों को संरक्षण देने का आरोप नीतीश सरकार पर लगाया.