जनजीवन ब्यूरो
मिर्जापुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चार तरह के नजराना, शक्राना, जबराना और हकराना भ्रष्टाचार होते हैं. इन चारों से यूपी को मुक्त कराना है. मोदी आज यहां चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस तीनों को 11 मार्च को करंट लगने वाला है. यह करंट जनता की ताकत के तार और उर्जा से लगेगा. फिर एक बार अखिलेश पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में तार होते हैं लेकिन उनमें बिजली नहीं होती है. उत्तर प्रदेश का चुनाव सपा, बसपा और कांग्रेस से मुक्ति का उत्सव है.
पीएम मोदी ने कहा कि यहां भ्रष्टाचार दीमक की तरह घुस गया है. भ्रष्टाचार को लेकर कटाक्ष करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि चार प्रकार के भ्रष्टाचार यूपी में हैं…नजराना, सुकराना, हकराना और जबराना…
नजराना- काम कराने के पहले
सुकराना- काम होने के बाद
हकराना- फाइल भी आगे नहीं बढ़ेगी
जबराना- काम भी नहीं, करना भी नहीं
उन्होंने कहा कि यूपी में लेने वालों की आदत हो गई है, देने वाले मजबूर हो गए हैं. आपके पास मुक्ति का एक ही प्रकार है, वो है हराना…
मोदी ने कहा उत्तर प्रदेश अगर अलग देश होता तो, जनसंख्या के आधार पर दुनिया का सबसे बड़ा पांचवां देश होता. अगर प्रदेश समृद्ध हो जाए तो, देश खुद ही आगे बढ़ जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश का चुनाव, ‘युवाओं को रोजगार, बहन-बेटियों की सुरक्षा’ पर है. उत्तर प्रदेश में ‘सबका साथ सबका विकास’ मंत्र को लेकर चलना है.
मिर्जापुर की समस्याओं का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 13 साल पहले यहां पुल निर्माण का आधारशिला रखे थे, लेकिन अभी तक नहीं बना,ये काम नहीं कारनामे बोल रहे हैं. जो अपने पिता की बातों को पूरा नहीं करता हो, वो जनता का काम क्या करेंगे? अखिलेश जी का ‘काम बोलता है’ या मिर्जापुर का पत्थर बोलता है. मायावती पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि बहन जी मिर्जापुर की पत्थरों में आज भी खड़ी हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि मिर्जापुर से पत्थर पिछली दरवाजों से ले गए, लेकिन जांच के दौरान राजस्थान का नाम दिया गया. जिनको मिर्जापुर के पत्थरों से नफरत हो, उनको क्या आप वोट देंगे? अगर यहां पत्थरों से पुल बना दिया होता, तो अच्छा पुल बन गया होता, लेकिन अखिलेश ने ऐसा कुछ भी नहीं किया. यही पुल अगर सैफई में बनना होता तो, 13 साल तक इंतजार नहीं करना पड़ता. उन्होंने कहा कि यहां की एक भी सीट पर इन लोगों की जीत नहीं होनी चाहिए, ताकि इन्हें पता चले उपेक्षा करने का परिणाम क्या होता है?
राहुल गांधी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि खाट सभा से वहां के लोगों ने खाट उठा कर ले गए, क्योंकि उन्हें मालूम था खाट उन्हीं की है. खटिया हो या कटिया, आप तो यहां से जाने वाले है, जनता ने मन बना लिया है. उन्होंने कहा कि 11 मार्च को जनता ने तार बिछा रखी है, उससे सपा-बसपा और कांग्रेस को करंट लगने वाली है.