जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पंचायत व गांव के लिए विकास के लिए सिर्फ बजट की नहीं, बल्कि इच्छाशक्ति की भी जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसकी कमी दिख रही है। उन्होंने कहा कि जनभागीदारी का माहौल होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे गांव का रूप रंग बदल जायेगा। अब गांवों के विकास के तरीके पर विचार करने की जरूरत है। मोदी ने कि महात्मा गांधी ने कहा था कि भारत गांवों में बसता है। हमें यह सोचने की जरूरत है कि हम अपने गांवों का विकास कैसे करें।
उन्होंने कहा कि गांव के विकास के बारे सामूहिक रूप से सोचें। महीने में एक बार रिटायर्ड लोग भी गांव के बारे में सोचें। प्रधानमंत्री ने कहा अगर बच्चा पढाई छोड देता है, तो इसकी पीड़ा सरपंच को भी होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, कि हमारे गांवों के प्रति ‘गौरव’ और ‘सम्मान’ का दृष्टिकोण होना चाहिए। हमें अपने गांवों पर गर्व महसूस करना चाहिए। मोदी ने कहा कि किसी भी गांव में बसने वाले लोग बड़े सपने देखते हैं। उन्होंने कहा, कि हमें यह सोचना चाहिए कि हम अगले पांच सालों में अपने गांवों के लिए क्या उपलब्धि हासिल कर सकते हैं।