जनजीवन ब्यूरो
इस्लामाबाद । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ को शुक्रवार को उस वक्त संकट का सामना करना पड़ा, जब सेना ने डॉन लीक मामले में विदेशी मामलों के विशेष सहयोगी तारिक फातमी को पद से हटाने का उनका फैसला नामंजूर कर दिया।
जांच समिति ने फातमी को उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक की महत्वपूर्ण जानकारी डॉन अखबार को लीक करने का दोषी पाया था। इसके तुरंत बाद गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान ने परोक्ष रूप से सेना की आलोचना की।
बीते साल अक्टूबर में दैनिक डॉन में प्रकाशित लेख में पाकिस्तान से गतिविधियां चला रहे आतंकवादी गुटों को लेकर सरकार और सेना के बीच मतभेद की खबर आई थी। खबर में कहा गया था कि ये आतंकी गुट वास्तव में भारत और अफगानिस्तान के खिलाफ छद्म युद्ध चला रहे हैं।
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