जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली । योगगुरु से एक बड़े कारोबारी बने स्वामी रामदेव ने पतंजलि के सालाना कारोबार की जानकारी देते हुए कहा कि विदेशी कंपनियां पतंजलि का मुनाफा सून कर कपालभाती करने लगेगी. उन्होंने कहा कि उनका उत्तराधिकारी कोई व्यापारी नहीं बल्कि संन्यासी होगा.
रामदेव ने कहा कि सौंदर्य प्रसाधनों में पतंजलि का दखल लगातार बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान में एफ़एमसीजी (फास्ट मूविंग कंज़्यूमर गुड्स) का मतलब विदेशी कंपनी हो गया था और टूथपेस्ट का मतलब कोलगेट होता था. रामदेव ने कहा कि उन्होंने विदेशी कंपनियों के एकाधिकार को तोड़ा है.
उन्होंने कहा, ”1857 की लड़ाई हमने किसी हुक़ूमत के ख़िलाफ़ नहीं लड़ी थी बल्कि एक कंपनी के ख़िलाफ़ लड़ी थी. पतंजलि का संकल्प है कि विदेशी कंपनियों की आर्थिक लूट से देश को मुक्ति मिले. हम स्वार्थ के लिए नहीं परमार्थ के लिए काम कर रहे हैं. जो भी मुनाफा होगा देशहित में लगाएंगे.”