अमलेंदु भूषण खां/ नई दिल्ली : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस गुरुवार को हेलीकॉप्टर हादसे में बाल-बाल बच गए। घटना महाराष्ट्र के लातूर में हुई। फड़णवीस लातूर के निलंगा में कई प्रोग्रामों में हिस्सा लेने गए हुए थे। मुंबई के लिए उड़ान भरने के साथ ही उनके हेलिकॉप्टर का बैलेंस बिगड़ गया और उसकी क्रैश लैंडिंग करानी पड़ी। इस दौरान हेलिकॉप्टर हाईटेंशन लाइन को भी छू गया। हादसे के वक्त हेलिकॉप्टर में 2 क्रू मेंबर समेत 6 लोग थे। हेलीकॉप्टर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। भारत में हेलीकॉप्टर हादसे में कई अरुणाचल के सीएम, कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया समेत अपनी जान गंवा चुके हैं।
सीएम फडणवीस ने खुद के सही सलामत होने की बात कही है। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने खुद ट्वीट करके इस हादसे की जानकारी दी। उन्होंने कहा, लातूर में हमारे हेलीकॉप्टर के साथ हादसा हो गया। मैं और मेरी टीम सुरक्षित हैं। फिक्र की कोई बात नहीं। जिस समय हेलीकॉप्टर गिरा उस समय उसमें पायलट समेत 5 लोग सवार थे। फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र के लोगों का आशीर्वाद है कि हम सुरक्षित हैं। घटना की जांच की जाएगी कि हेलीकॉप्टर में क्या खराबी आई।
अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू और चार अन्य लोगों के साथ लापता हुए हेलीकाप्टर का मलबा मिलने से हवाई हादसों में जान गंवाने वाले महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सूची में एक और नाम दर्ज हो गया। खांडू का चार सीटों और एक इंजन वाला पवन हंस हेलीकॉप्टर एएस-बी350-बी़3 शनिवार 30 अप्रैल को तवांग से सुबह नौ बज कर 56 मिनट पर उड़ान भरने के 20 मिनट बाद से ही लापता था। इससे पहले दो सितंबर 2009 को आंध्रप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री वाइ एस राजशेखर रेड्डी तथा चार अन्य लोगों को लेकर एक हेलीकाप्टर नल्लामाला वन क्षेत्र में लापता हो गया था। सेना की मदद से इस हेलीकॉप्टर की खोज की गई। तीन सितंबर को हेलीकॉप्टर का मलबा कुरनूल से 74 किमी दूर रूद्रकोंडा पहाड़ी के शिखर पर पाया गया। बाद में प्रधानमंत्री कार्यालय ने पुष्टि की कि हेलीकाप्टर में सवार रेड्डी सहित सभी लोग हादसे में मारे गए। कांग्रेस के नेता माधवराव सिंधिया 30 सितंबर 2001 को उत्तरप्रदेश के मैनपुरी जिले की भोगांव तहसील के समीप मोता में एक विमान हादसे में मारे गए। सिंधिया एक सभा को संबोधित करने के लिए कानपुर जा रहे थे। विमान में उनके सहित सात लोग थे। इन लोगों को लेकर जिंदल ग्रुप के 10 सीटों वाले एक चार्टर्ड विमान सेस्ना सी 90 ने नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान भरी थी। आगरा से 85 किमी दूर यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और इसमें सवार सभी लोग मारे गए। तीन मार्च 2002 को पूर्व लोकसभा अध्यक्ष जी एम सी बालयोगी की आंध्रप्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले में कैकालुर नामक स्थान पर एक बेल 206 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने पर मृत्यु हो गई थी। बेल 206 एक निजी हेलीकॉप्टर था जिसमें बालयोगी, उनके अंगरक्षक और एक सहायक सवार थे। हेलीकॉप्टर ने सुबह सात बज कर 45 मिनट पर भीमावरम जिले से उड़ान भरी और कुछ ही देर में इसमें तकनीकी खराबी आ गई थी। हादसे में गंभीर रूप से घायल बालयोगी को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनके साथ सवार अन्य लोग भी दुर्घटना में मारे गए। एक अप्रैल 2005 को एक हवाई हादसे में प्रख्यात इस्पात व्यवसायी तथा हरियाणा के बिजली मंत्री ओ पी जिंदल मारे गए थे। इस हादसे में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंशीलाल के पुत्र सुरेंद्र सिंह और पायलट की भी मौत हो गई थी। उनका हेलीकॉप्टर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के समीप दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। किंग कोबरा नामक यह हेलीकॉप्टर जिंदल समूह ने कुछ ही माह पहले हासिल किया था। कांग्रेस के युवा नेता और दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी 23 जून 1980 को नई दिल्ली के सफदरजंग हवाईअड्डे के समीप एक विमान हादसे में मारे गए थे। वह दिल्ली फ्लाइंग क्लब का एक नया विमान उड़ा रहे थे लेकिन नियंत्रण खोने की वजह से विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। 30 मई 1973 को पूर्व लौह और इस्पात खान मंत्री मोहन कुमारमंगलम का निधन भी एक विमान हादसे में ही हुआ था। 24 जनवरी 1966 को देश के प्रख्यात परमाणु वैज्ञानिक डॉ होमी जहांगीर भाभा वियना में आयोजित अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में भाग लेने के लिए जाते समय फ्रांस के मोंट ब्लैंक के समीप विमान हादसे में मारे गए थे।