जनजीवन ब्यूरो / रांची / पटना । शिक्षा के मामले में बिहार की नीतीश सरकार से बेहतर झरखंड की रघुबर दास सरकार की नीति सफल साबित हुई है। बिहार में जहां 65 फीसदी छात्र फेल हुए हैं वहीं झारखंड में 45 फीसदी छात्र ही परीक्षा में असफल हुए हैं.
झारखंड में मैट्रिक में 57.91 प्रतिशत छात्र सफल हुए है. हालांकि पिछले साल के मुकाबले मैट्रिक के रिजल्ट में भारी गिरावट हुई है. वर्ष 2016 में 67.54 प्रतिशत छात्र सफल हुए थे.. .वहीं इंटर साइंस में 52.35 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए हैं. मैट्रिक में पूर्वी सिंहभूम जिले ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है. लातेहार जिला का सबसे खराब प्रदर्शन रहा है. इंटर कामर्स में 60.09 प्रतिशत छात्र सफल हुए है.
बिहार में इंटरमीडिएट परीक्षा में लगभग 65 फीसदी छात्र फेल हो गए हैं.
बता दें कि इस वर्ष इस परीक्षा में 12. 61 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इस वर्ष तीनों संकाय के परिणामों में पिछले साल के मुकाबले भारी गिरावट दर्ज हुई है. विज्ञान संकाय में इस वर्ष जहां 30.11 प्रतिशत ही परीक्षार्थी सफल हो सके वहीं कला संकाय में 37. 13 प्रतिशत ही परीक्षार्थी सफलता पा सके. वाणिज्य संकाय में 73.76 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल रहे।.
कुल मिलाकर कहें तो इंटरमीडिएट परीक्षा में लगभग 65 प्रतिशत छात्र असफल हुए जबकि 34.76 प्रतिशत छात्र ही पास हुए हैं.