जनजीवन ब्यूरो / नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया गया कि पिछले तीन साल में वैश्विक मंदी की वजह से चुनौतीपूर्ण माहौल रहे. इस दौरान मॉनसून भी खराब रही और हमें विरासत में खराब अर्थव्यवस्था मिली. वित्त मंत्री ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में निजी क्षेत्र की एंट्री बड़ी कामयाबी है। रक्षा क्षेत्र में खरीद की प्रक्रिया को और आसान बनाया गया.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सरकार के तीन साल का लेखा-जोखा देते हुए कहा कि जनवरी से मार्च तक की तिमाही में अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी रहने के पीछ कई वजह हैं. उनहोंने कहा कि ये नोटबंदी की वजह से नहीं हुआ। बल्कि इन तीन सालों के दौरान पूरी दुनिया में मंदी का माहौल था. इसके अलावा हमें विरासत में जो अर्थव्यवस्था मिली वो खराब थी। पिछल तीन सालों में मॉनसून भी खराब रहा.
नोटबंदी पर अरुण जेटली ने कहा कि इसके माध्यम से सरकार ने न्यू नॉर्मल बनाया। कैश इकॉनमी और शैडो इकॉनमी की जो व्यवस्था थी, उसको खत्म करने का एक बहुत बड़ा कदम उठाया गया। नोटबंदी के 3 लाभ हुए- पहला डिजिटाइजेशन की तरफ बढ़ना, टैक्सपेयर बेस में बढ़ोतरी। एक संदेश गया कि अब कैश में डील करना सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन क्लीन मनी’ के लिए ऐतिहासिक निर्णय किए गए.
जेटली ने कहा कि एफडीआइ रिफॉर्म्स का निवेश पर बड़ा प्रभाव पड़ा, सरकार ने भ्रष्टाचार वाली व्यवस्था खत्म की जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था की साख मजबूत हुई. इस देश में पहली बार हम एक आम राय के साथ जीएसटी लागू करने की प्रक्रिया को काफी आगे तक ले गए हैं, इसके लागू होने से देश के अंदर कर प्रणाली में एक बड़ा प्रभाव पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के माध्यम से सरकार ने न्यू नॉर्मल बनाया, कैश इकॉनमी और शैडो इकॉनमी की जो व्यवस्था थी, को खत्म करने का एक बहुत बड़ा कदम उठाया गया. नोटबंदी के तीन लाभ हुए हैं- पहला डिजिटाइजेशन की तरफ बढ़ना, दूसरा टैक्सपेयर बेस में बढ़ोतरी जबकि तीसरे लाभ के तहत इससे एक संदेश गया कि कैश में डील करना अब सुरक्षित नहीं है.
जेटली ने कहा कि ‘ऑपरेशन क्लीन मनी’ के लिए ऐतिहासिक निर्णय किये गये. रक्षा क्षेत्र में निजी क्षेत्र की एंट्री बड़ी कामयाबी है. बेरोजगारी के मुद्दे पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कई बार कुछ लोगों को प्रचार सामग्री भी चाहिए होती है, जीएसटी और नोटबंदी के बाद विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है. उन्होंने कहा कि वैश्विक परिदृश्य के हिसाब से देश की जीडीपी वृद्धि दर बहुत अच्छी है.
जम्मू-कश्मीर के हालात पर अरुण जेटली ने कहा कि हम लोग तीन दिन जीएसटी मीटिंग के दौरान वहां तीन दिन रहकर आये हैं, दक्षिणी कश्मीर को छोड़कर बाकी सारे इलाके में हालात सामान्य थे. एलओसी पर सुरक्षा बल दबदबा बनाये हुए हैं.