जनजीवन ब्यूरो / पटना : बिहार इंटरमीडिएट आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार सात साल तक चिटफंड कंपनी भी चला चुका है. सूत्रों का कहना है कि गणेश कुमार छह साल (2009 से 2014) तक झारखंड के गिरिडीह के सरिया में चिट-फंड कंपनी चलाता था. लेकिन कंपनी घाटे में जाने के कारण वह अपना गिरिडीह से समस्तीपुर चला गया.
रोजगार न मिलने के कारण गणेश ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया. फिर पढ़ाई करने की सोची. उसने संजय गांधी हाइस्कूल, लक्षमिनिया, शिवाजीनगर से मैट्रिक की परीक्षा पास की. इसके बाद रामनंदन सिंह जगदीप नारायण उच्च माध्यमिक इंटर कॉलेज, चकहबीव से इंटर की परीक्षा दी. इस कॉलेज को इंटर की परीक्षा के लिए इसलिए चुना कि उसे क्लास नहीं करना पड़े.
टॉपर गणेश कुमार को संगीत की जानकारी हो या न हो, लेकिन उसे कॉलेज ने दोनों हाथों से अंक दिये. 100 अंक के संगीत में उसे 83 अंक मिले हैं. प्रैक्टिकल में 65 अंक और थ्योरी में 18 अंक प्राप्त हुए हैं, जबकि संगीत का एबीसी भी गणेश कुमार को नहीं आता है.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की मानें तो इस बार सारे टॉपर की उत्तर पुस्तिका की पूरी जांच हुई थी. गणेश की उत्तर पुस्तिका में उत्तर लिखने में कोई कमी नहीं है. सारे उत्तर सही से लिखे गये हैं. समिति से मिली जानकारी के अनुसार गणेश के सारे विषयों में अंक सही हैं. उसकी मेरिट में कोई दिक्कत नहीं है. गणेश कुमार को हिंदी, एनआरबी, संगीत, इतिहास और समाजशास्र में डिस्ट्रिंग्शन अंक प्राप्त हुए हैं. हिंदी में 92, एनआरबी में 78, म्यूजिक में 83, इतिहास में 80 और समाजशास्त्र में 80 अंक आये हैं. लेकिन, मनोविज्ञान में गणेश कुमार को सिर्फ 59 अंक आये हैं. मनोविज्ञान की थ्योरी में सिर्फ पास मार्क्स 33 में 33 आये हैं. वहीं 67 अंक के प्रैक्टिकल में उसे 26 अंक प्राप्त हुए हैं.
रामनंदन सिंह जगदीप नारायण उच्च माध्यमिक इंटर कॉलेज तीन कमरों में चलता है. उस कॉलेज में न तो क्लास होती है और न ही पढ़ाई ही ढंग से होती है. सूत्रों की मानें, तो गणेश कुमार ने कभी क्लास भी नहीं की. बस नामांकन करवाया और पढ़ाई करता रहा.
समस्तीपुर के तत्कालीन डीइओ जयचंद श्रीवास्तव के कार्यकाल में इस कॉलेज को बिहार बोर्ड से मान्यता मिली थी. उस वक्त कॉलेज चेयरमैन प्रो राजमणि सिंह हुआ करते थे. कॉलेज की वर्तमान व्यवस्था देख कर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि चार वर्ष पहले इसकी क्या स्थिति रही होगी और किन परिस्थितियों में जिला शिक्षा पदाधिकारी से लेकर बोर्ड के अधिकारियों ने इस कॉलेज को स्वीकृति दी होगी.
कॉलेज के संस्थापक सचिव जवाहर प्रसाद सिंह ने कहा कि टॉपर छात्र ने स्वयं उपस्थित होकर मीडियाकर्मियों के समक्ष उनके प्रश्नों का उत्तर दिया है. अनावश्यक रूप से इसे तूल दिया जा रहा है.
इंटर आर्ट्स के टॉपर गणेश कुमार की योग्यता पर उठे सवाल को शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी ने सिरे से खारिज किया है. उन्होंने गुरुवार को कहा कि किसी प्रकार का टॉपर स्कैम नहीं हुआ है. जिन बच्चों ने टॉप किया है या परीक्षा पास की है, वे सभी अपने मेरिट के हिसाब से टॉप या पास हुए हैं.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आइएएस आनंद किशोर ने भी गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि गणेश कुमार पर कोई शक नहीं है. गणेश कुमार ने काफी अच्छा लिखा है. उनकी उत्तर पुस्तिका में सारे प्रश्नों के उत्तर सही हैं. गणेश कुमार काफी होनहार छात्र है और उनके प्रतिभा को लेकर समिति कार्यालय को पूरी तरह से आश्वस्त है. उन्होंने कहा कि जहां तक संगीत विषय के प्रैक्टिकल के अंक की बात है, तो प्रैक्टिकल परीक्षा समिति नहीं लेती है. वह कॉलेज और स्कूल स्तर पर ली जाती है. इसमें समिति की कोई भूमिका नहीं है.