जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । आयुष मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीपद नाइक ने आज राष्ट्रीय स्वास्थ्य संपादकों के सम्मेलन में कहा कि एनईईटी की तरह परीक्षा आयोजित की जाएगी जो आयुर्वेदिक, होमियोपैथी, युनानी और योगा कोर्स में प्रवेश लिया जा सकेगा। इस वर्ष के सम्मेलन का मुख्य विषय (थीम) था- “ स्वास्थ्य और सदभाव के लिए योग”।
नाइक ने संवाददाताओं से कहा कि योगा को बढ़ावा देनेके लिए सरकार पूरे देश में 100 योगा पार्क बनाएगी।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए श्रीपद नाइक ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस संभवत: एकमात्र ऐसा अवसर हैं जहाँ दुनिया भर के लोग बड़ी संख्या में आते हैं और सक्रिय भागीदारी निभाते है। योग में भागीदारी के प्रति रुचि और उत्साह साल दर साल तेजी से बड़ रहा हैं और योग वास्तविक अर्थ में एक घरेलू नाम हो गया हैं। नाइक ने कहा कि योग की लोकप्रियता बढ़ाने का श्रेय मीडिया को भी जाता है, चाहे प्रिंट मीडिया हो, इलेक्ट्रानिक मीडिया या सोशल मीडिया हो।
आयुष मंत्री ने कहा कि योग ने लोगों के बीच सकारात्मक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में वैश्विक पहचान अर्जित किया है। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि लोगों के लिए आधुनिक अस्पतालों में उपचार कराना महंगा होता जा रहा है, इसलिए योग स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में अपना स्थान बना रहा है। उन्होंने कहा कि योग लोगों को न सिर्फ स्वस्थ बनाता है बल्कि देश स्वास्थ्य प्रणाली के बोझ को भी कम करता है।
मीडिया द्वारा पूछे गये प्रश्नों के जवाब में नाइक ने खुलासा किया कि सीसीआरवाईएन ने मधुमेह पर योग के प्रभाव का अध्ययन किया है जिसमें लगभग 2.50 लाख लोगों से जानकारी इकट्ठा की गई है। इस अध्ययन के परिणाम बहुत उत्साहजनक हैं। एक अन्य प्रश्न के जवाब में नाइक ने कहा कि एसोचैम द्वारा कराये गये एक सर्वे के अनुसार पिछले दो वर्षो में योगाभ्यास करने वालों की संख्या में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। विदेशों में भी योग का अभ्यास करने वालों की संख्या में 15 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है।
आयुष सचिव सी के मिश्रा ने मीडियाकर्मियों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, 2017 के तहत आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी। सचिव ने कहा कि प्रत्येक राज्य जिला/उप जिला स्तर पर योग से संबंधित कार्यक्रम आयोजित करेगा। आयुष मंत्रालय ने शिक्षा और उद्योग जगत के संस्थाओं से भी भागीदारी करने की इच्छा जताई है।