जनजीवन ब्यूरो / लंदन । मारने वाला है भगवान, बचाने वाला है भगवान . यह लाइन पूरी तरह लंदन की एक 24 मंज़िला रिहायशी इमारत ग्रेनफेल में लगी आग से देखने को मिली. कई लोगों ने जलती इमारत से भागकर अपनी जान बचाई और अन्य ने खिड़कियों से बच्चों को फेंका या ख़ुद कूदने की कोशिश की. एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार किसी ने जलती इमारत से एक बच्चे को फेंका जिसे बाहर खड़े एक व्यक्ति ने कैच कर लिया.
नीचे खड़ी एक चश्मदीद समीरा लामरानी कहती हैं कि उन्होंने देखा कि इमारत की नौंवी या दसवीं मंज़िल से एक महिला इशारा कर रही थी कि वो अपने बच्चे को फ़ेंकने वाली है. उन्होंने बताया- जैसे ही ये हुआ, एक व्यक्ति आगे भागा और उसने बच्चे को कैच कर लिया.
लामरानी ने समाचार एजेंसी प्रेस एसोसिएशन को बताया, “इमारत की खिड़कियां थोड़ी झुकी हुई थीं. वहां से एक महिला इशारा कर रही थी कि वो अपने बच्चे को फेंकने वाली हैं, और कोई उनके बच्चे को कैच कर ले.”
“भीड़ में से एक व्यक्ति ने आगे दौड़ कर बच्चे को लपक लिया.”
पुलिस ने बारह लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है और उनका कहना है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. लंदन एंबुलेंस सर्विस के अनुसार 18 लोगों की हालत गंभीर है और उनका इलाज चल रहा है. बचाव अभियान के प्रमुख पॉल वूडरो ने बताया है, “अस्पतालों में 68 घायलों का इलाज चल रहा है. कईयों ने सांस लेने में शिकायत की थी.”
लाटिमर रोड स्थित 24 मंज़िले ग्रेनफेल टावर में आग लगने से अब तक 12 लोगों की मौत की की पुष्टि हो चुकी है. लगभग 50 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं लेकिन कई अन्य लोगों का कुछ अतापता नहीं है.
टावर से अब भी आग निकल रही है. लंदन के फ़ायर कमिश्नर ने कहा है कि फिलहाल ये बताना मुश्किल है कि कुल कितने लोगों की मौत हुई है, इसके बारे में अभी पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी है.
इस घटना के कुछ चश्मदीदों और आग से बच कर निकलने वाले कुछ लोगों की आपबीती
ऐसे ही खुशनसीब जोडी मार्टिन ने बताय़ा कि ‘लोग खिड़कियों से टॉर्च लाइट फेंक रहे थे’
मेरे चारों ओर इमारत के टुकड़े गिर रहे थे, अचानक मैं एक गर्म मेटल के टुकड़े से टकराई.
मैं बस लोगों पर चीख रही थी कि वो बाहर निकलें. और वो लोग मुझे चिल्ला कर बता रहे थे कि कॉरिडोर में धुंआ भर गया है. मुझे लगता है कि उन्हें लगा कि इमारत में फायर ब्रिगेड पहुंच चुकी है.
जैसे-जैसे आग बढ़ रही थी मैं देख रही थी कि फायर ब्रिगेड के लोग भी वहां पहुँच चुके हैं क्योंकि मैं इमारत के भीतर से फ्लैशलाइट देख सकती थी. लेकिन केवल चौथी मंज़िल तक.
मुझे नहीं लगता कि वो लोग चौथी मंज़िल से ऊपर भी गए होंगे क्योंकि शायद ऐसा करना असंभव हो गया होगा.
लोग अपनी खिड़कियों से अपने फोन की टॉर्च जला कर दिखा रहे थे और पूरी इमारत धुंए और आग की लपटों में घिरी थी
मुझे लगता है कि इमारत में बहुत सारे लोग थे लेकिन ज़्यादा लोग बाहर निकल नहीं पाए.
तमारा बाहर थीं- ’15 मिनटों में टॉवर धू-धू कर जलने लगा’
एक बजे के आसपास मेरी मां ने मुझे फ़ोन किया और कहा कि शायद बाहर आग लगी है. हम लोग बाहर आए.
जब तक मैं वहां पहुंची इमारत का बांया हिस्सा पूरी तरह जल चुका था और दाहिने हिस्से में आग बढ़ रही थी. पूरी इमारत ही आग की लपटों में घिरी थी.
लोग मदद के लिए पुकार रहे थे- ‘हेल्प मी, हेल्प मी, हेल्प मी’. मैं, मेरा भाई और हम कुछ लोग जो इसी इलाके में रहते हैं इमारत के उस हिस्से तक पहुंचे जहां हम नज़दीक जा सकते थे.
लोग खिड़कियों से अपने बच्चों को बाहर फेंक रहे थे. वो कह रहे थे, ‘बस मेरे बच्चों को बचा लो’.
वहां फायर ब्रिगेड थी, पुलिस एंबुलेंस थी, लेकिन कोई कुछ कर नहीं पा रहे थे क्योंकि वो अंदर जा नहीं पा रहे थे. वो कह रहे थे कि जहां हो वहीं रहो हम फिर आकर आपको निकालेंगे.
लेकिन आग ज़्यादा तेज़ी से फैल रही थी, उनके पास काम बहुत था, वो जल्दी लौट नहीं पाए.
और 15 मिनटों में पूरी इमारत धू-धू कर जलने लगी, लोग अब भी खिड़कियों पर खड़े चीख रहे थे- ‘हेल्प मी, हेल्प मी’
महाद चौथी मंज़िल से बच्चों को लेकर भागे-
मैंने अपनी पत्नी को बताया. मैं चिल्ला रहा था, आग लग गई है, जल्दी बाहर निकलो.
हमने कुछ तौलिए गीले किए और बच्चों के कमरे में गए और उन्हें पूरी तरह से तौलिए में लपेट कर बाहर की तरफ भागे.
वहां इतना घना अंधेरा था, इतना धुंआ था, कुछ लोग सीढ़ियों से नीचे की तरफ दौड़ रहे थे, कुछ लोगों के हाथों में बक्से थे, वहां हर तरफ अफरा-तफरी मची हुई थी.
पॉल 7वीं मंज़िल से बच कर निकले-
मैं फायर अलार्म सुन कर बाहर नहीं निकला. मैंने इमारत के नीचे देखा, लोग चीख रहे थे. वो दूसरों से कह रहे थे ‘नीचे मत कूदो, इमारत से नीचे मत कूदो.’
सच कहूं तो मुझे नहीं पता कि क्या वाकई लोग अपनी जान बचाने के लिए इमारत से नीचे कूद रहे थे या नहीं. लेकिन इस घटना के बारे में मैं कह सकता हूं कि इमारत के फायर अलार्म बजे ही नहीं.
इमारत में रहने वाली सांड्रा रुईज़ आग से बच कर बाहर निकलीं. उन्होंने बताया- ‘बाहर कई लोग बैठे हुए थे और खोए-खोए दिख रहे थे.’
उन्होंने कहा कि जो लोग उनकी मदद के लिए यहां आए हैं वो कोशिश कर हैं कि किसी तरह से उनकी मदद कर पाएं.