प्रदीप शर्मा /नई दिल्ली : बिहार के मौजूदा राज्यपाल रामनाथ कोविंद एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज 19 जून को इसका एलान किया। कोविंद दलित समुदाय से आते हैं। वो यूपी के कानपुर के रहने वाले हैं और बीजेपी के कद्दावर नेताओं में गिने जाते रहे हैं। वो बीजेपी में अनुसूचित जाति-जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष, महामंत्री और प्रवक्ता के रूप में भी दायित्व निभा चुके हैं। इससे पहले पार्टी मुख्यालय में बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई। इस बैठक में राष्ट्रपति चुनाव और उम्मीदवार पर लंबी चर्चा हुई। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, सुषमा स्वराज, वेंकैया नायडू, नितिन गडकरी समेत संसदीय बोर्ड के अन्य सदस्य मौजूद थे।
बता दें कि पार्टी ने इससे पहले तीन सदस्यों की एक कमेटी गठित की है जो सभी दलों से राष्ट्रपति के संभावित उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा कर चुकी है। इनमें गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू शामिल हैं। इस बैठक में इस समिति द्वारा सभी दलों के नेताओं से किए गए विचार-विमर्श पर भी चर्चा की जाएगी। हालांकि, इस तीन सदस्यीय कमेटी के दो सदस्य आज की संसदीय दल की बैठक में शामिल नहीं होंगे। गृह मंत्री राजनाथ सिंह का पैर फ्रैक्चर हो चुका है जबकि वित्त मंत्री अरुण जेटली विदेश दौरे पर हैं।
सूत्रों ने बताया कि 28 जून को राष्ट्रपति चुनाव के लिए नॉमिनेशन फाइल करने की आखिरी तारीख है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 24 से 27 जून तक 4 दिन के लिए अमेरिका यात्रा पर जा रहे हैं. इसलिए प्रधानमंत्री की मौजूदगी में राष्ट्रपति उम्मीदवार का नॉमिनेशन फाइल होगा और उसमें ज्यादा समय बचा नहीं है.
सूत्रों के मुताबिक, 19 और 20 जून को नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जिसके बाद 23 जून को पर्चा दाख़िल किया जाएगा. पहले प्रस्ताव में पहला नाम पीएम मोदी का होगा. दूसरे प्रस्ताव में पहला नाम बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का नाम होगा. तीसरे और चौथे प्रस्ताव में पहला नाम एनडीए सहयोगी प्रकाश सिंह बादल और चंद्र बाबू नायडू का होगा. इस नामांकन पत्र पर केंद्रीय मंत्री, सांसद और विधायक दस्तखत करेंगे.
इस बीच खबर है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को मतभेद भुलाकर साथ आने के लिए राजी कर लिया. इसके साथ ही उद्धव को यह भरोसा भी दिया कि किसी भी कैंडिडेट का नाम फाइनल करने से पहले एनडीए के सभी घटक दलों से राय ली जाएगी.