जनजीवन ब्यूरो / रांची । देश में गो रक्षकों की हिंसात्मक कार्रवाई की आंच आज झारखंड में पहुंची. प्रदेश के गिरिडीह जिले में मरी हुई गाय मिलने पर हिंसा फैल गई जिसमें दो लोग घायल हो गए. उपद्रवियों को काबू करने के लिए पुलिस को गोलियां चलानी पड़ी जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया. दोनों को धनबाद जिले के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव फैला हुआ है. तनाव को देखते हुए हिंसाग्रस्त गांव में पुलिस के साथ सीआरपीएफ जवानों को भी तैनात किया गया है.
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता और आईजी आरके मल्लिक ने बताया कि घटना में घायल उस्मान अंसारी की हालत स्थिर है. उनका धनबाद में इलाज कराया जा रहा है. पुलिस फायरिंग में घायल कृष्णा शख्स भी उनके साथ ही भर्ती कराए गए हैं. पुलिस ने इस मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया है.
घटना की जानकारी देते हुए मल्लिक ने बताया कि देवरी थाना के बैरिया गांव निवासी उस्मान अंसारी डेयरी चलाने का काम करते हैं. उनकी एक गाय की मौत बीमारी से हो गयी. उन्होंने कहा कि उस्मान ने मृत पशुओं को डिस्पोज करने वाले एक व्यक्ति से बात की. पैसे को लेकर दोनों मे कहासुनी हो गयी. इसके बाद उस्मान ने खुद ही गाय को डिस्पोज कर दिया. इस बीच किसी ने गाय का सर और पैर काट दिया.
उन्होंने कहा कि मंगलवार को साप्ताहिक बाजार जा रहे लोगों ने गाय का सिर कटा देखा तो अफवाह फैली कि उस्मान अंसारी ने ही गाय को मारा है. इसके बाद भीड़ ने उस्मान के घर पर हमला कर दिया. इस सूचना पर गांव पहुंची पुलिस ने उपद्रवियों को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज किया और फायरिंग की. इसमें एक व्यक्ति घायल हो गया. उसके पैर में गोली लगी है. इसके बाद उस्मान अंसारी के घर के लोगों को बचाया जा सका. इस दौरान भीड़ ने उस्मान अंसारी को बुरी तरह पीट दिया. इसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए.
इस हमले में घायल उस्मान अंसारी के बेटे सलीम ने बताया कि भीड़ ने उनके घऱ में आग लगा दी. तब उऩकी मां, पत्नी समेत परिवार के सभी सदस्य घर के अंदर ही थे. पुलिस के बीच-बचाव करने पर भीड़ ने जवानों पर भी हमला किया. सलीम ने बताया कि अगर पुलिस नहीं आती तो उनके पिता को लोग वहीं पर मार देते.