नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आज लोक सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर जमकर बरसीं। आरटीआई कानून को निष्क्रिय बनाने की मोदी की नीति की आलोचना करते हुए सोनिया ने कहा कि यूपीए सरकार में यह पद कभी भी खाली नहीं रहा। सरकार की एक साल के कामकाज पर कहा कि केंद्र के पास दिखाने के लिए कुछ ठोस नहीं है। इस दौरान उन्होंने लोकसभा में कार्यस्थगन का नोटिस भी दिया.
सोनिया ने प्रधानमंत्री पर सत्ता के केंद्रीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार एक व्यक्ति की तथा कुछ चुनिंदा लोगों के लिए है। सोनिया ने केंद्र सरकार पर संसद में अड़ियल अहंकारी रवैया अपनाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने इस दौरान विदेशी धरती पर पूर्व सरकारों की निन्दा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना भी की।
सोनिया ने कहा कि मुख्य सूचना आयुक्त का पद पिछले एक साल से रिक्त है, लेकिन सरकार नियुक्ति करने में कोई दिलचस्पी नहीं है। जबकि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मोदी भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शिता की बात किया करते थे।
सोनिया ने कहा, ‘सरकार का एक साल पूरा पर उसके पास दिखाने को ज्यादा कुछ नहीं है. कोई ठोस आर्थिक उपलब्धि नहीं, निवेश कम हो रहे हैं, निर्यात में गिरावट आ रही है।’
उधर बीजेपी ने अपने सभी सांसदों के लिए सदन में महत्वपूर्ण विधेयकों पर मतदान के दौरान उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है.