जनजीवन ब्यूरो / पेइचिंग । चीन की सेना की ओर से सोमवार को चेतावनी भरे लहजे में कहा गया कि पहाड़ को हिलाना को मुमकिन है, लेकिन चीन की सेना को नहीं, इसलिए भारत डोकलाम से अपने कदम पीछे खींच ले। सेना के प्रवक्ता ने कहा कि भारत पीछे नहीं हटा तो चीन डोकलाम में अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा देगा।
चीनी सेना के प्रवक्ता वू कियान ने भारत को धमकी देते हुए कहा, ‘ चीनी सेना का 90 साल का इतिहास हमारी क्षमता को साबित करता है। पहाड़ को हिलाना तो मुमकिन है, पर चीन की सेना को नहीं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘भारत किसी भ्रम में न रहे। हम हर कीमत पर अपनी संप्रभुता की रक्षा करेंगे।’
डोकलाम में पूरा विवाद सड़क निर्माण को लेकर शुरू हुआ था। इसका जिक्र करते हुए कियान ने कहा, जून के मध्य में, चीनी सेना ने सड़क के निर्माण की जिम्मेदारी ली थी। डोकलाम चीन का इलाका है और चीन का अपने क्षेत्र में सड़क बनाना एक सामान्य घटना है।’ भारत पर सीमा उल्लंघन का आरोप लगाते हुए उन्होंने आगे कहा, भारत का चीन के क्षेत्र में घुसना अंतरराष्ट्रीय सीमा का एक गंभीर उल्लंघन है और यह अंतरराष्ट्रीय कानून के खिलाफ है।’
चीन से ओर से पहले भी कहा जा चुका है कि भारत के साथ किसी भी तरह की बातचीत तभी होगी जब भारत के सैनिक पीछे हटेंगे। इस रुख को दोहराते हुए चीनी सेना के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम भारत से आग्रह करते हैं कि वह अपने सैनिकों को वापस बुलाए, यह समस्या को निपटने की बुनियादी शर्त है। इस पूरे इलाके में शांति, बॉर्डर के इलाके में शांति पर निर्भर करती है।’