जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। राम नाथ कोविंद बने देश के 14वें राष्ट्रपति, संसद भवन में हुआ शपथ ग्रहण लेते हुए कहा कि फूस की झोपड़ी से 340 कमरे वाले राष्ट्रपति भवन तक पहुंचे हैं. यह देश विवधताओं से भरा हुआ है.
इससे पहले वे राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी की समाधी पर फूल चढ़ाए. कोविंद के साथ उनकी पत्नी भी थीं.
शपथ ग्रहण के बाद रामनाथ कोविंद ने कहा कि मैं सेंट्रल हॉल में पुरानी यादें ताजा हो गई. सेंट्रल हॉल में मैंने विचार-विमर्श किया. कभी बार विचारों से सहमत होते तो कभी असहमत. विचारों का सम्मान करना इसी सेंट्रल हॉल में सीखा है. 21वीं सदी भारत की सदी होगी. मैं पूरी विनम्रता के साथ ये पद ग्रहण कर रहा हूं. मैं बहुत छोटे से गांव में मिट्टी के घर में पला बढ़ा हूं.
@12.29 : राष्ट्र निर्माण का काम अकेले सरकारें नहीं कर सकतीं.
@12.28 : रामनाथ कोविंद ने कहा- विचारों का सम्मान करना इसी सेंट्रल हॉल में सीखा, यही लोकतंत्र की खूबसूरती
@ 12.23 : पूरी विनम्रता के साथ इस पद को ग्रहण कर रहा हूं
@12.15 : रामनाथ कोविंद ने ली राष्ट्रपति पद की शपथ, मुख्य न्यायाधीश ने दिलाई शपथ
@12.12 : संसद भवन के सेंट्रल हॉल में रामनाथ कोविंद ले रहे हैं देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ
@12.06 रामनाथ कोविंद संसद भवन पहुंच चुके हैं. उनके साथ प्रणब मुखर्जी भी मौजूद हैं. थोड़ी देर में शपथ ग्रहण समारोह
@11.52 : प्रणब मुखर्जी के साथ रामनाथ कोविंद संसद भवन के लिए निकले
@11.29: राष्ट्रपति भवन में प्रणब मुखर्जी ने गुलदस्ता देकर रामनाथ कोविंद का किया स्वागत किया
प्रधानमंत्री, प्रणब मुखर्जी और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की मौजूदगी में देश के नए राष्ट्रपति अपना कार्यभार संभाले
शपथ ग्रहण समारोह में कई बड़े दिग्गज शामिल हए. पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत तमाम राज्यों के मुख्यमंत्री महामहिम की शपथ के साक्षी बनेंगे. भारत के नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शपथ ग्रहण कार्यक्रम को भव्य बनाने की पूरी तैयारी हो चुकी है. राष्ट्रपति भवन से लेकर राजपथ और संसद भवन में खास तैयारियां की गई हैं. कार्यक्रम सुबह 10 बजे से शुरू होगा और करीब दोपहर सवा 2 बजे तक चलेगा.
इस प्रकार है राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह का कार्यक्रम :
-सुबह 10:30 बजे: नये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने निवास से राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे.
-सुबह 11:15 बजे: कोविंद राजघाट से सीधे राष्ट्रपति भवन में आकर स्टडी रूम में प्रणब मुखर्जी से मिलेंगे, दरबार हॉल में कार्यक्रम होगा.
-सुबह 11:45 बजे: रामनाथ कोविंद और प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति भवन फ़ॉर कोर्ट से होते हुए राजपथ से होकर संसद भवन पहुंचेंगे. साथ में प्रेसिडेंट बॉडी गार्ड होंगे.
-दोपहर 12:00 बजे: शपथ ग्रहण का कार्यक्रम शुरू होगा.
-दोपहर 12:05 बजे: संसद भवन के सेंट्रल हॉल कोविंद और प्रणब मुखर्जी अगल-बगल कुर्सी पर बैठेंगे.
-दोपहर 12:15 बजे: शपथ ग्रहण समारोह होगा.
-दोपहर 12.30 बजे: शपथ ग्रहण के बाद सेंट्रल हॉल में नए राष्ट्रपति कोविंद का भाषण होगा.
-दोपहर 01:00 बजे: प्रणब मुखर्जी और कोविंद दोनों संसद से वापस राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना होंगे. प्रेसिडेंट बॉडी के नेतृत्व में राष्ट्रपति भवन के प्रांगण फ़ॉर कोर्ट में भव्य गार्ड ऑफ ऑनर होगा.
-दोपहर 2:15 बजे: रामनाथ कोविंद वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ प्रणब मुखर्जी को छोड़ने 10 राजाजी मार्ग जाएंगे, जहां जाते वक्त कार में दोनों के बैठने की दोनों की पोजीशन बदल जाएगी. फिर वहां से कोविंद राष्ट्रपति भवन लौटेंगे.
इससे पहले राष्ट्र के नाम आख़िरी संबोधन में निर्वतमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि समाज में बहस होना ज़रूरी है, लेकिन इसमें हिंसा की कोई जगह नहीं है. उनके विदाई संबोधन में एक तरफ जहां भीड़ द्वारा की जा रही हिंसा का दर्द साफ दिखाई दिया, वहीं प्रदूषण और जयवायु परिवर्तन को लेकर भी वे चिंतित दिखाई दिए. भीड़ की हिंसा पर प्रणब मुखर्जी ने कहा कि हमें अपने जन संवाद को शारीरिक और मौखिक, सभी तरह की हिंसा से मुक्त करना होगा. पर्यावरण का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा हमारे अस्तित्व के लिए बहुत जरूरी है. प्रदूषण और जयवायु परिवर्तन जैसी समस्याओं से निपटने के लिए उन्होंने सभी को साथ मिलकर काम करने का आह्वान करते हुए कहा कि हम सबको मिलकर कार्य करना होगा क्योंकि भविष्य में हमें दूसरा मौका नहीं मिलेगा