जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । बिहार में नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने पर जेडीयू में ही तीखा विरोध हो रहा है। जेडीयू सांसद अली अनवर ने खुलकर नीतीश का विरोध किया है और अब शरद यादव भी नाराज हो गए हैं। सूत्रों का कहना है कि शरद यादव नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जाने के फैसले से बेहद नाराज हैं। उन्होंने कुछ दिनों पहले ही कहा था कि सभी दलों को मिलकर महागठबंधन को संभालना होगा, पर नीतीश कुमार के इस कदम से उन्हें भी झटका पहुंचा है। एक तरफ नीतीश कुमार और सुशील मोदी मुख्यमंत्री-उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे, तो दूसरी तरफ शरद यादव ट्विटर पर केंद्र सरकार को उसकी विफलताओं को लेकर कोस रहे थे।
शरद यादव ने ट्विटर पर लिखा कि फसल बीमा योजना केंद्र सरकार की विफल नीतियों में से एक है। उन्होंने लिखा कि फसल बीमा योजना का लाभ किसानों को नहीं मिल रहा, क्योंकि उन्हें इसके बारे में पता ही नहीं है। इसका फायदा किसानों को नहीं, इंश्योरेंस देने वाली कंपनियों को मिल रहा है, क्योंकि किसान तो अनजान हैं, पर उनके लोन खातों से फसल बीमा योजना के पैसे सीधे इंश्योरेंस प्रोवाइडर कंपनियों के पास पहुंच रहे हैं।
नाराज शरद यादव ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की है. उन्होंने अपने घर पर शाम 5 बजे जेडीयू की बैठक बुलाई है। बैठक में बीजेपी के साथ सरकार बनाने का विरोध करने वाले नेता अली अनवर और विरेंद्र कुमार भी शामिल होंगे। उधर नाराज शरद यादव को मनाने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली शरद यादव से मिलेंगे। आपको बता दें कि अरुण जेटली और शरद यादव 1974 से दोस्त हैं.
शरद यादव ने मीडिया से कहा, ‘नीतीश कुमार ने सरकार बनाने का फैसला बहुत जल्दबाजी में लिया है। गठबंधन तोड़कर इतनी जल्दी बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाने के फैसले का मैं समर्थन नहीं करता हूं।’ बता दें कि 2013 में बीजेपी से रिश्ता टूटने के बाद से ही शरद यादव बीजेपी पर खुलकर हमला करते आए हैं। वहीं, जेडीयू के राज्यसभा सांसद अली अनवर ने भी अंतरात्मा की आवाज दोहरा दी। नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने अंतरात्मा की आवाज पर इस्तीफा दिया। वहीं, अनवर कह रहे हैं कि उनकी अंतरात्मा इस फैसले के साथ नहीं है। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी की जिन बातों से हमें परहेज था, बीजेपी अब उस तरफ और उग्रता के साथ बढ़ रही है।’
इधर, जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने अनवर के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पार्टी का यह निर्णय सर्वसम्मति से हुआ है, जिससे इस फैसले को लेकर नाराजगी है, उसे पार्टी फोरम में बात उठानी चाहिए।
राज्यसभा सांसद अली अनवर के बाद अब जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने नीतीश कुमार के फैसले को गलत बताया है. आपको बता दें कि जेडीयू में 5 मुस्लिम विधायक हैं, तो वहीं 11 विधायक यादव समुदाय से हैं.
जेडीयू के राज्यसभा सांसद अली अनवर ने कहा कि नीतीश कुमार अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर बीजेपी के साथ सरकार बनाए हैं, लेकिन मेरी अंतरात्मा इस बात को नहीं मानती है. अगर मुझे अपनी बात कहने का मौका मिलेगा, तो मैं पार्टी के मंच पर अपनी बात जरूर रखूंगा.
अली अनवर बोले कि पिछले काफी दिनों से बीजेपी के साथ जाने के संकेत मिल रहे थे, 23 जुलाई को नेशनल काउंसिल की बैठक होनी थी लेकिन रद्द कर दी गई. अगर मैं बैठक में होता तो इस बात को जरूर सामने रखता.
बुधवार को बीजेपी और जेडीयू के विधायकों की साझा बैठक भी हुई. जिसमें नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना गया. नीतीश के शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी भी शामिल हो सकते हैं. बिहार में कुछ ही घंटों में राजनीतिक घटनाक्रम पूरी तरह से बदल गया है.
बुधवार शाम नीतीश कुमार ने जेडीयू नेताओं के साथ बैठक की और उसके बाद सीधे राजभवन पहुंच गए. नीतीश ने यहां राज्यपाल को अपना त्यागपत्र सौंप दिया. सुशील मोदी ने कहा कि उन्हें नीतीश कुमार के नेतृत्व में पूरा भरोसा और उनकी सरकार को बीजेपी समर्थन करेगी. सुशील मोदी ने कहा है कि बीजेपी जेडीयू के साथ मिलकर सरकार में शामिल रहेगी.