जनजीवन ब्यूरो / लखनऊ: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के तीन विधान परिषद सदस्यों के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने पर कहा कि जिन साथियों को जाना हो, वह बिना कोई बहाना बनाए जा सकते हैं, ताकि मुझे भी पता लगे कि ‘बुरे वक्त’ में कितने लोग मेरे साथ हैं. अखिलेश ने पार्टी राज्य मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं से बातचीत में यह कटाक्ष छोड़ने वाले नेताओं पर किया. हाल में सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विधान परिषद सदस्य बुक्कल नवाब और डॉक्टर सरोजिनी अग्रवाल का संदर्भ देते हुए अखिलेश ने कहा, लोग बहाना कर रहे हैं कि सपा में उनका दम घुट रहा था. (पार्टी का) वातावरण खराब हो गया है. मैं कहता हूं कि ये सब बातें (पार्टी से) जाने के बहाने ना हों तभी अच्छा है. कोई मजबूत बहाना ढूंढें.
उन्होंने कहा, हमारी पार्टी चल रही है. बड़ी संख्या में महिलाएं, नौजवान, किसान लोग पार्टी के सदस्य बने हैं. हम तो इस समय यही कह सकते हैं कि जिन साथियों को जाना है, वह कोई बहाना नहीं बनाएं…… बस चले जाएं. कम से कम हमें यह तो पता लगे कि बुरे वक्त में कितने लोग हमारे साथ हैं.
अखिलेश ने बुक्कल नवाब का जिक्र करते हुए कहा कि अभी एक महीने पहले ही उन्होंने ईद पर उनके यहां बहुत मीठी सेवई खाई थी. उस वक्त नवाब ने बताया नहीं कि वह पार्टी छोड़कर जा रहे हैं. पता लगा है कि कुछ जमीनों का मामला था, इसलिए कागज को लेकर उन पर कुछ दबाव बनाया गया है.
उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा, भाजपा के लोग अच्छा काम कर रहे हैं. जब उनसे दूर कोई रहता है तो भू-माफिया होता है, लेकिन जब उनसे जुड़ जाता है तो समझ लो कितना शरीफ, ईमानदार और पवित्र आदमी हो जाता है. मेरठ में मुलायम सिंह यादव मेडिकल कॉलेज संचालित करने वाली सरोजिनी अग्रवाल का नाम लिए बगैर अखिलेश ने कहा, मेरठ वाला मामला मुझे पता नहीं है. हो सकता है कि उनका भी जमीन का मामला हो.
मालूम हो कि सपा के विधान परिषद सदस्य बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह और डॉक्टर सरोजिनी अग्रवाल पिछले दिनों सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए. इन तीनों ने सपा में दम घुटने के कारण पार्टी छोड़ने की बात कही थी. इनमें से बुक्कल नवाब पर अवैध निर्माण कराने के आरोप हैं.