जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली: कांग्रेस ने सरकार को 500-2000 रुपए के नोट पर आड़े हाथ लिया है।कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने राज्यसभा में 500 के नोटों की फोटोकॉपी दिखाई.सिब्बल का कहना है कि रूपए की छपाई आरबीआई के नियम के तहत की जाती है, तो फिर इन नोटों के साईज और फीचर में क्यों अंतर आ रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने 2000 नोट का दिलचस्प नमूना पेश किया। जिसके एक ही सीरीज के अगले और पिछले नोट के फीचर में अंतर है। इस पूरी घटना पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री से नोटबंदी को लेकर सवाल किया है और इसे सदी का सबसे बड़ा घोटाला बताया है।
प्रेस कांफ्रेंस में सिब्बल ने 2000 रुपए नोट के 7 FB 538194 और 7 FB 538195 सीरीज को दिखाया जिसके फीचर में काफी अंतर था। उन्होंने सवाल किया कि एक ही सीरीज के नोट अलग अलग मशीनों में नहीं छापी जा सकती। दोनों ही नोट असली हैं। पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने कहा इन फीचरों के अंतर को मोदी और जेतली ही स्पष्ट कर सकते हैं।
उनका कहना था कि जबतक इस मसले का स्पष्टीकरण नही आता है तबतक सरकार की मंशा पर संदेह किया जाएगा और इस मसले को जनता के अदालत में ले जाया जाएगा। सिब्बल ने सरकार पर आरोप लगाया कि देश में एक बड़ा घोटाला चल रहा है। एक ही नंबर के दो नोट चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया दो तरह के नोट छाप रही है, एक पार्टी के लिए और दूसरा सरकार के लिए।
सिब्बल ने आरोप लगाया कि ये सदी का सबसे बड़ा घोटाला है, सरकार को इसका जवाब देना चाहिए । सिब्बल के अलावा राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और जेडीयू नेता शरद यादव ने भी इस मुद्दे को सदन में उठाया । कपिल सिब्बल ने इस मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस की. देश को इसका सच पता लगना चाहिए, अगर आरबीआई ये जानता है कि देश में एक ही नंबर के दो नोट हैं तो उन्होंने इसका जिक्र अपनी वेबसाइट पर क्यों नहीं किया है. वित्त मंत्रालय को सिर्फ एक ही तरह के नोटों की व्यवस्था करनी चाहिए. अगर आरबीआई कहता है कि हम इन्हें वापस लेंगे, तो क्या देश को एक बार फिर लाइनों में खड़ा होना पड़ेगा. ,वहीं इसके जवाब में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस बेबुनियाद बयान दे रही है, ये जीरो ऑवर का दुरुपयोग है. जेटली ने कहा कि आप इस तरह राज्यसभा में कागज नहीं लहरा सकते हैं, देश की करेंसी के बारे में इस तरह बयान नहीं दे सकते हैं.