जनजीवन ब्यूरो / पटना । गरीबी की मार झेल रहे बिहार में बाढ़ का तांडव हो रहा है। कहीं रोटी के लिए लोग चीख पुकार कर रहे हैं तो कहीं बारिश के पानी में रात गुजारने के लिए लोग मजबूर हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार से बात कर हालात की जानकारी ली साथ ही कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार को हर तरह की सहायता मुहैया कराने का भी आश्वासन दिया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने के लिये उड़ीसा के भुवनेश्वर से एनडीआरएफ की टीम देर शाम सेना के विशेष विमान से पूर्णिया के चूनापुर सैन्य हवाई अड्डे पर उतरी है। आशा की जा रही है कि आज से राहत और बचाव कार्य शुरू हो जाएगा।
बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा है कि बाढ़ का सबसे ज्यादा असर किशनगंज, पूर्णिया, अररिया, कटिहार के अलावे बेतिया व मोतिहारी में भी बरकरार है। उन्होंने बताया कि एनडीएआरएफ की पांच टीम किशनगंज, दो पूर्णिया, एक अररिया में तैनात कर दी गई है। इसके साथ ही इन सभी जगहों पर एसडीआरएफ की टीमें भी भेजी जा रही है।
खबरों के अनुसार सीमांचल, कोसी और उत्तर बिहार के जिलों में स्थिति भयावह हो गई है। जोगबनी, कटिहार और किशनगंज में कई रेलवे स्टेशन और ट्रैक डूब गए हैं।
बिहार और नेपाल में हो रही भारी बारिश से बिहार की छोटी-बड़ी नदियां उफना रही हैं और कई तटबंध टूट गए हैं। उधर उत्तर प्रदेश में नदियां लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं हैं। रविवार को श्रावस्ती में तीन और बाराबंकी में एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई।
बाढ़ से राज्य के बिगड़ते हालात से परेशान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर केंद्र की मदद मांगी। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री अरुण जेटली से भी बात की। केंद्र ने सेना और एनडीआरएफ को राहत और बचाव के निर्देश दिए हैं।
कोसी व सीमांचल के जिलों में हजारों घर डूबे हुए हैं और कई इलाकों में रेल, बिजली और दूरसंचार सेवा ठप है। कटिहार का पूर्वोत्तर के राज्यों से रेल संपर्क भंग हो गया है। किशनगंज जिला पूरी तरह टापू में तब्दील हो गया है। पूर्णिया, कटिहार और किशनगंज जिले में राहत और बचाव कार्य में सेना लगाई जा रही है।
उधर सुपौल में दीवार गिरने से दो और जमुई में एक व्यक्ति की मौत हुई है। सहरसा में डूबकर दो और अररिया व मधेपुरा जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री से रक्षा मंत्री अरुण जेटली की बातचीत के बाद दानापुर कैंट से सेना के जवान सीमांचल भेज दिए गए हैं।