जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। जंतर मंतर पर आज स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित आजादी सत्याग्रह में बच्चों तथा समाज सेवियों ने गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 70 से अधिक मासूम बच्चों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत पर शोक जताया।
इस सत्याग्रह में काफी संख्या में राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया और मोमबतियों जलाकर गोरखपुर में मौत के षिकार हुए मासूम बच्चों को श्रद्धांजलि दी। इन बच्चों और समाजिक कार्यकर्ताओं ने मौन जुलूस भी निकाला।
इनमें प्रूर्व आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा, दिल्ली विष्वविद्यालय की छात्रा गुरुमेहर कौर, छात्र नेता पंखुरी पाठक, छात्र नेता अमृता धवन, कांग्रेस नेता हारूण युसुफ और श्री जयप्रकाश अग्रवाल, आम आदमी पार्टी के नेता श्री संजय सिंह और श्री आशुतोष तथा राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज झा ने भी हिस्सा लिया।
वक्ताओं ने इस बात पर दुख जताया कि आज जब हमारा देश आजादी की 71 वीं सालगिरह मना रहा है वैसे में एक राज्य के एक प्रमुख अस्पताल में 70 से अधिक बीमार बच्चे इसलिए मौत के ग्रास बन जाते हैं क्योंकि उन्हें आॅक्सीजन मिलनी बंद हो जाती है।
इस सत्याग्रह का आयोजन टीम माशुका की ओर से किया गया। समाज में बढ़ती हिंसक घटनाओं तथा महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने के उद्देष्य से टीम माषुका का गठन किया गया। टीम माशुका के संस्थापकों में समाजिक कार्यकर्ता तहसीन पूनावाला और शहजाद पुनावाला प्रमुख हैं।
इस मौके पर, महिला कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश के बलिया में 12 वीं कक्षा की छात्रा रागिनी दुबे की निर्मम हत्या पर भी दुख जताया। साथ ही देश में महिलाओं के अधिकारों और स्वतंत्रता होने वाले हमलों पर चिंता जताई।