जनजीवन ब्यूरो / बेंगलुरु । कर्नाटक विधानसभा चुनाव जीतने के लिए सिद्धारमैया सरकार सोनिया गांधी या राहुल गांधी का नहीं, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम का इस्तेमाल करने जा रही है। इसी के तहत बुधवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इंदिरा कैंटीन का उद्घाटन किया। प्रारंभिक चरण में 101 इंदिरा कैंटीन हर दिन 5 रुपये में शाकाहारी टिफिन (नाश्ता) और 10 रुपये में दोपहर का भोजन और इसी दाम में रात का भोजन मुहैया कराएंगे। अक्टूबर में महात्मा गांधी के 148वें जन्मदिन के अवसर पर शेष बचे 97 वॉर्डों में भी ऐसे कैंटीन खोले जाएंगे।
राहुल ने इस मौके पर कहा कि उन्हें गर्व है कि राज्य कि कांग्रेस सरकार ने इस कैंटीन की कल्पना की है। हालांकि अपने संबोधन में उनकी जबान फिसल गई और वह एक बार इसे इंदिरा की जगह अम्मा कैंटीन बोल गए।
कर्नाटक सरकार ने वित्त वर्ष 2017-18 में सभी 198 वॉर्डों में पड़ोसी राज्य तमिलनाडु की प्रसिद्ध ‘अम्मा’ कैंटीन की तर्ज पर कैंटीन चलाने के लिए बजट में 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। कर्नाटक के सिद्धारमैया के मुताबिक सरकार का लक्ष्य राज्य को भूख मुक्त बनाना है। राज्य में हर महीने गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) को ‘अन्न भाग्य योजना’ के तहत 7 किलोग्राम चावल मुफ्त प्रदान किया जा रहा है, ताकि वे दो वक्त भोजन प्राप्त कर सके।’
फील्ड मार्शल मानेकशॉ परेड ग्राउंड में करीब 8,000 लोगों की सभा को संबोधित करते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि दाल (तूर दाल) की भी सब्सिडी दर पर आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘स्तनपान करा रही माताओं और गर्भवती महिलाओं के लिए मातृपूर्ण योजना के तहत रोजाना मिड डे मील मुहैया कराया जा रहा है। 2 अक्टूबर से इसका विस्तार राज्य के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों तक किया जा रहा है, जिनकी संख्या 12 लाख है।’ इसी प्रकार से रोजाना 1.08 करोड़ स्कूली छात्रों को मुफ्त मध्यान्ह भोजन मुहैया कराया जा रहा है, जिसमें सप्ताह के पांच दिन दूध और दो दिन अंडे दिए जाते हैं, ताकि उन्हें पोषण मिल सके।