जनजीवन ब्यूरो / इलाहाबाद । गोरखपुर की धटना पर अदालत ने गंभीर रूख अख्तियार कर लिया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी सरकार से पूछा है कि गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में बच्चों की मौत कैसे हुई ? इंसेफेलाइटिस से निपटने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए हैं ? केंद्र सरकार से भी जवाब मांगा है। मामले में अगली सुनवाई 29 अगस्त को होगी। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव, गोरखपुर के डीएम और बीआरडी मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल से भी जवाब दाखिल करने को कहा है।
गोरखपुर प्रकरण की न्यायिक अथवा उच्चस्तरीय जांच की मांग को लेकर दाखिल कई याचिकाओं की सुनवाई के क्रम में मुख्य न्यायाधीश डीबी भोसले और जस्टिस यशवंत वर्मा की खंडपीठ ने सरकार से जवाब तलब किया है। लोकेश खुराना समेत कई लोगों ने जनहित याचिका दाखिल की है।
उधर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले दो दिनों में शहर के बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में 34 और बच्चों की मौत हो गई है। इनमें से पांच मौतें इंसेफेलाइटिस से हुई हैं। मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा.पी.के.सिंह के मुताबिक, सबसे ज्यादा 24 मौतें सोमवार को हुईं। इनमें से 15 मासूमों की मौत एनआईसीयू में हुई। इंसेफेलाइटिस वार्ड में एईएस के पांच सहित नौ मरीजों की मौत हुई। मंगलवार को पीडियाडिपार्टमेंट में दस मासूमों की मौत हुई। इनमें सात मौतें एमाइसीयू में हुईं और तीन इंसेफेलाइटिस वार्ड में तीन की। इंसेफेलाइटिस वार्ड में तीनों मौते गैर एईएस मरीजों की हुई हैं।