जनजीवन ब्यूरो / लखनऊ । यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बाढ़ प्रभावित इलाके का प्रस्तावित दौरा रद्द होने से लखीमपुर खीरी जिले के हटवा गांव के लोगों ने ‘जल सत्याग्रह’ शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को ग्रामीणों ने घाघरा नदी में गले तक पानी में ‘जल सत्याग्रह’ शुरू किया। अनोखे अंदाज में विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को समझाने में अधिकारियों के पसीने छूट गए। अधिकारियों ने ग्रामीणों को उनके गांव में तुरंत राहत अभियान शुरू करने का भरोसा दिया जिसके बाद किसी तरह प्रदर्शनकारी मान गए।
ग्रामीणों ने धमकी दी है कि अगर उनके गांव में 24 घंटे के भीतर पर्याप्त राहत सामग्री नहीं पहुंची तो वे दोबारा घाघरा के गहरे पानी में उतर जाएंगे। दरअसल योगी आदित्यनाथ बुधवार को इस गांव का दौरा करने वाले थे लेकिन आखिरी क्षणों में उनका दौरा रद्द हो गया और मुख्यमंत्री सिसैया से ही वापस लौट गए।
घाघरा नदी में भीषण बाढ़ की वजह से हटवा और आस-पास के गांव बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कई जगहों से राहत और बचाव कार्य में बदइंतजामी की रिपोर्ट्स आ रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कई जगहों पर न तो पर्याप्त राहत सामग्री पहुंच रही है और न ही बचाव का काम ही संतोषजनक है, हालांकि राज्य सरकार इन आरोपों को खारिज कर रही है।
इस समय पूर्वी यूपी के तमाम हिस्से बाढ़ की चपेट में हैं। गोरखपुर, महाराजगंज, लखीमपुर खीरी, सिद्धार्थनगर, बहराइच और बलरामपुर भारी बारिश और
अधिकारियों के मुताबिक इस साल बाढ़ से 22 से अधिक जिले और 2 हजार से ज्यादा गांव प्रभावित हुए हैं। 1,217 गांव तो बाढ़ से मैरूंड हो चुके हैं और करीब 14 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।